देश में चल रहे किसान आंदोलन को आज एक बार फिर संसद में खूब बहस हुई. संसद में मौजूद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि, हम अभी भी किसानों के साथ खड़े हैं.
नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने भाषण में कहा कि, कृषि कानूनों को लेकर किसानों को बहकाया जा रहा है. उनके दिमाग में ये बात डाल दी गई है कि,इन कानूनों से उनकी जमीन पर अन्य लोग कब्जा कर लेंगे. तो आप सब मुझे बताएं कि क्या कृषि कानून में एक भी प्रावधान ऐसा है जो किसी को भी किसान की जमीन छीनने की अनुमति देता है.
उन्होंने आगे कहा कि, मैंने ये पहले भी साफ कर दिया था कि अगर सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है तो इसकी वजह कृषि कानूनों में कोई कमी नहीं है. एक विशेष राज्य के लोग इसको लेकर गलत सूचना देते हैं. और हमारा ध्यान किसानों के जीवन में सही बदलाव करना है. किसने सोचा होगा कि फलों और सब्जियों को रेल द्वारा ले जाया जाएगा? 100 किसान रेल, जो एक तरह से मोबाइल कोल्ड स्टोरेज हैं, शुरू की गई हैं। वे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में मदद कर रहे हैं.
वहीं उन्होंने ये भी कहा कि उत्पादन लागत से 50% अधिक एमएसपी प्रदान करना शुरू कर दिया है. साथ ही, 1 लाख करोड़ रुपये का कृषि बुनियादी ढांचा कोष आत्मनिर्भर पैकेज के तहत दिया गया है. हमने कृषि क्षेत्र में अपेक्षित निवेश सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।