लखनऊ में आज फल, पुष्प और शाकभाजी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया है। उत्तर प्रदेश राजभवन में तीन दिन चलने वाली इस प्रदर्शनी का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुभारंभ किया। दरअसल पिछले कई वर्षों से इस प्रदर्शनी का लगातार प्रदर्शन किया जाता रहा है। इस साल कोविड संकट के बावजूद किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस प्रदर्शनी के आयोजन को अनमुति दी गई है। इसे लेकर अपने संबोधन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल का आभार भी जताया है।
प्रदर्शनी के शुभारंभ के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी ने कई स्टॉल्स का जायजा भी लिया। इस प्रदर्शनी में रेलवे, लखनऊ मेट्रो समेत कई विभागों ने भी अपने स्टॉल्स लगाए हैं। साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों से काश्तकार इस प्रदर्शनी में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। सीएम योगी ने नए तरीकों से खेती और बागवानी के जरिए आय के तरीकों को बढ़ाने वाले लोगों का भी अभिनंदन किया। इस दौरान सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के वक्त में सुल्तानपुर में ड्रैगनफ्रूट की खेती हो रही है, झांसी में स्टॉबेरी उगाई जा रही है, क्या इससे पहले किसी ने ये सोचा था।
इस दौरान सीएम योगी ने चंदौली जिले के एक किसान का किस्सा बताते हुए कहा कि जो किसान एक एकड़ जमीन में धान बोता था, और साल भर मेहनत के बाद मुश्किल से 25 हजार रुपये की आमदनी कर पाता था। वहीं उस किसान ने अपने डेढ़ एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी उगाकर एक साल में 40 लाख रुपये की आमदनी की। ये साबित करता है कि रचनात्मक सोच से समृद्धि का रास्ता जाता है।
वहीं इस दौरान सीएम योगी ने किसानों की आमदनी को 2022 तक दोगुना करने का संकल्प एक बार फिर दोहराया। सीएम योगी ने कहा कि कोविड संकट के दौरान पूरी दुनिया जूझ रही थी लेकिन देश का किसान लॉकडाउन में भी खेतों में मेहनत कर रहा था। यही वजह है कि आज हमारे पास खाद्यान्न और चीनी का प्रचुर मात्रा में भंडार है। बल्कि हम विदेशों में भी निर्यात के जरिए कमी को पूरा करने का काम कर रहे हैं।