पिछले कुछ दिनों से ऐसे सवाल उठते नज़र आ रहे है कि क्या इमरान खान पाकिस्तान के पीएम पद से हटने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने अपनी पार्टी के लोगों का समर्थन खो दिया है। इसके साथ ही इमरान खान की सेना ने भी अपना समर्थन खो दिया है।जिसके कारण पाकिस्तान में लगातार सत्ता परिवर्तन की बात की जा रही है। वही रिसर्च ग्रुप ने कहा है कि पाकिस्तान सेना भी इमरान खान के खिलाफ लगती है।
इसके अलावा खैबर पख्तूनख्वा को पाकिस्तान के आंतरिक मसले को लेकर भी इमरान खान घिरते नजर आ रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने खैबर पख्तूनख्वा चुनावों को लेकर इमरान खान को जमकर निशाना बनाया है। बताया जा रहा है की आंतरिक सुरक्षा को लेकर सेना के भीतर असंतोष पाकिस्तान के पीएम के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण बन सकता है।
खबरों के मुताबिक भविष्य में खट्टक इमरान खान के लिए खतरा हो सकते हैं क्योंकि उन्हें नेशनल असेंबली में 80 सांसदों का समर्थन है। बता दे की वे खैबर पख्तूनख्वा को लेकर इमरान पर हमलावार रहे हैं। उन्होंने कहा है कि बिजली और गैस के प्रावधान में खैबर की उपेक्षा की जा रही है जबकि अन्य प्रदेशों के लोग इन सुविधाओं का आनंद ले रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने इमरान खान को चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे ही हालात बने रहें तो खैबर पख्तूनख्वा के लोग पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को वोट नहीं देंगे।
इसके अलावा इमरान खान की एक पार्टी के एक और सीनियर मेंबर नूर आलम ने भी इमरान खान को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने अपने शहर की तुलना पीएम के निर्वाचन क्षेत्र से करते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि पेशावर इस देश का जिला नहीं है, लेकिन मियांवाली और स्वात हैं।