बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव के लिए आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं चिराग पासवान के तीखे तेवरों की वजह से एनडीए में अभी तक सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पाई है। सीट बंटवारे को लेकर कल दिल्ली में अहम बैठक हुई। दिल्ली में कल हुई बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस को विधिवत बिहार का बीजेपी चुनाव प्रभारी बना दिया गया। जिसके बाद आज बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस और बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव पटना में नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। वहीं इस बीच दिल्ली में अमित शाह ने खुद एलजेपी से बातचीत का जिम्मा उठा लिया है। अमित शाह एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान से बात कर एलजेपी के साथ फंसे पेंच को सुलझाने में लगे हैं। खबर है कि बातचीत के मद्देनजर अभी सीटों के बंटवारे की घोषणा दो दिनों तक टाल दी गई है। बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि सीट बंटवारे का फैसला दो दिनों में हो जाएगा।
वहीं पटना में होने वाली बैठक में जेडीयू से सीटों के बंटवारे पर आखिरी दौर की बातचीत होने जा रही है। खबर है कि जेडीयू ने कई ऐसी सीटों पर दावा किया है जहां बीजेपी के विधायक हैं। ऐसी करीब 12 से ज्यादा सीटें हैं। इसी को लेकर आज फुन एंड फाइनल फैसला होने की संभावना है। वहीं खबर है कि दिल्ली में एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान को समझाने की जिम्मेदारी खुद अमित शाह ने संभाली है। अमित शाह बीजेपी का ऑफर चिराग के सामने रख चुके हैं और अब चिराग के स्टैंड का इंतजार किया जा रहा है।
वहीं खबर है कि सीटों को लेकर चिराग पासवान के तेवर नरम नहीं पड़ रहे हैं और वो अपनी बात पर अड़े हुए हैं। दरअसल एलजेपी को एनडीए में विधानसभा की 36 और विधान परिषद की दो सीटें दी जा रहीं हैं। इसके अलावा एक राज्यसभा सीट भी देने की पेशकश की गई है। हो सकता है कि अमित शाह से बातचीत में इस ऑफर में कुछ और भी शामिल हो जाए। लेकिन खबर ये है कि चिराग पासवान 42 सीटों से कम किसी भी सूरत में राजी होने को तैयार नहीं हैं। अब देखना ये होगा कि अमित शाह से बातचीत के बाद चिराग पासवान गठबंधन के लिए तैयार होते हैं या फिर वो नए विकल्प के साथ बिहार चुनाव के मोर्चे पर उतरते हैं।