Written By : Amisha Gupta
दिल्ली में दोपहर करीब दो बजे स्मॉग की घनी परत छा गई, जिससे दृश्यता में कमी आ गई।
इस धुंधले मौसम का असर सड़कों और यातायात पर भी पड़ा, जिससे वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही, दिल्ली के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो मौसम में अचानक आए इस बदलाव को और जटिल बना रहा है।स्मॉग का मुख्य कारण पराली जलाने, वाहनों से निकलने वाला धुआं, और उद्योगों से होने वाला प्रदूषण माना जा रहा है। प्रदूषण के उच्च स्तर के कारण दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है।
प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें और बुजुर्गों, बच्चों व बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की स्थिति हाल के दिनों में खराब से गंभीर की श्रेणी में बनी हुई है। AQI वर्गीकरण के अनुसार, 0-50 तक का स्तर ‘अच्छा’ माना जाता है, 51-100 तक ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’, और 401-500 तक ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इन दिनों 300 से ऊपर जा रहा है, जो ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की थी कि दिल्ली में आसमान साफ रहेगा, दिन में हल्की धुंध छाई रहेगी, और रात में हल्का कोहरा रहने की संभावना है।
इस मौसम का प्रभाव दृश्यता पर पड़ रहा है, जिससे लोगों को यातायात में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।दिल्ली का न्यूनतम तापमान इस समय सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। हाल ही में यह तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 3.7 डिग्री अधिक है। सुबह साढ़े आठ बजे दिल्ली में आर्द्रता का स्तर 94 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो इस मौसम की उच्च नमी की स्थिति को दर्शाता है।
उच्च प्रदूषण स्तर, बढ़ता तापमान और नमी का उच्च स्तर मिलकर दिल्ली के निवासियों के लिए स्वास्थ्य और दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। इन हालातों में विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों और स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने और बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।