सेंट्रल डेस्क प्राची जैन:- हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मतदान के दौरान कानून व्यवस्था भंग होने की कोई बड़ी घटना तो नहीं हुई, लेकिन चुनाव में कुछ स्थानों पर प्रभावित करने का प्रयास किया गया। चुनाव प्रभावित करने की शिकायतों पर पुलिस ने मामले दर्ज कर लिए हैं। राज्य में कुल 13 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें नूंह में 7, रोहतक में 4 तथा नारनौल क्षेत्र में 2 एफआईआर दर्ज हुई हैं। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था नवदीप सिंह विर्क ने इसकी पुष्टि की है।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने बताया कि मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा बढ़ने की संभावना है। चुनाव प्रक्रिया में कार्यरत करीब सवा लाख अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा लगभग 75 हजार पुलिसकर्मियों का उन्होंने धन्यवाद जताया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 1 करोड़ 83 लाख 90 हजार 525 मतदाता हैं, जिनमें से लगभग 66 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। जिन स्थानों से खिड़की के पास ईवीएम मशीन होने की शिकायत मिली थी, उस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मशीनों को खिड़की से दूर किया गया।
पुनर्मतदान की कहीं से मांग नहीं
सीईओ ने बताया कि अभी तक किसी भी व्यक्ति ने पुनर्मतदान करवाने की मांग नहीं की है, न ही कोई इस तरह की शिकायत आई है। अगर किसी व्यक्ति की शिकायत आती है तो पहले इस मामले को संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर व ऑब्जर्वर की जांच-पड़ताल और स्वीकृति के बाद अंतिम मंजूरी के लिए भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजा जाएगा।
‘पुलिस ने निष्क्रिय किए मतदान प्रभावित करने के प्रयास’
हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि सभी 90 सीटों पर संबंधित एसपी, डीएसपी और एसएचओ ने मतदान प्रक्रिया को बाधित करने के सभी प्रयासों को प्रभावी कार्रवाई व सुबह से ही की जा रही गश्त के चलते निष्क्रिय कर दिया।
उन्होंने मतदान के दौरान भयमुक्त वातावरण प्रदान कर चुनाव के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हरियाणा पुलिस और अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों की भी सराहना की है।
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