मंगलवार देर रात फूलपुर प्रयागराज के फूलपुर इफको प्लांट में अचानक अमोनिया गैस का रिसाव हो गया। गैस के रिसाव से कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। हादसे में 2 अधिकारियों की मौत हुई है जबकि 2 दर्जन से ज्यादा गैस प्रभावित अस्पतालों में भर्ती हैं. वहीं सीएम योगी ने मामले पर सख्ती दिखाते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्लांट में अचानक अमोनिया गैस के रिसाव से अफरातफरी मच गई। प्लांट में उस वक्त करीब 100 से ज्यादा मजदूर और कई अफसर काम पर लगे थे। गैस के रिसाव के बाद मजदूरों और वहां काम कर रहे अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। जब तक लोग कुछ समझ पाते अमोनिया गैस अपना असर दिखा चुकी थी। गैस चारों तरफ फैली तो कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। भगदड़ में कई कर्मचारी प्लांट के भीतर गिर भी गए। गैस इतनी तेजी से फैली कि प्लांट के भीतर ही कई कर्मी अचेत हो गए। कर्मचारियों ने चिल्लाना शुरू किया तो प्लांट को बंद किया गया। इसके बाद राहत और बचाव का कार्य शुरू हुआ।
इसमें 15 कर्मचारी अचेत अवस्था में थे। सभी को इफ्को स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां 8 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों ने उन्हें शहर के 2 निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस हादसे में प्लांट के असिस्टेंट मैनेजर बीपी सिंह और डेप्युटी मैनेजर अभयनंदन की मौत हो गई है।
वहीं घटना पर सीएम योगी ने सख्त रूख अपनाया है। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि प्रयागराज में फूलपुर स्थित एक प्लांट में गैस रिसाव से हुई दुर्घटना से मन बेहद दुःखी है। स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में है। सभी घायलों का समुचित इलाज स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है। हादसे में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
इस हादसे के पीछे बड़ी लापरवाही मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों में पांच बार गैस लीकेज की घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन इस पर ठोस कदम नहीं उठाए गए. इससे पहले 25 जनवरी 2019 को 3 मजदूर और अप्रैल 2019 में गैस रिसाव की वजह से 12 लोगों की हालत बिगड़ी थी. बार बार हो रहे लीकेज से कंपनी की साख पर भी अब सवाल उठ रहे हैं.