कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने आज से भूख हड़ताल करने की घोषणा की है । आज से सभी प्रदर्शन स्थलों पर 24 घंटे की भूख हड़ताल की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन ने इसके अलावा आंदोलन के समर्थन में हरियाणा के सभी टोल प्लाजा को 25, 26 और 27 दिसंबर तीन दिन फ्री करने का निर्णय लिया गया है । साथ ही सभी किसान संगठनों ने लोगों से 23 दिसंबर को किसान दिवस के मौके पर एक समय का भोजन ना ग्रहण करने की अपील की है।
वहीं किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हां या ना किसी भी संवाद की भाषा नहीं होता। उधर केंद्र सरकार की ओर किसानों संगठनों को एक पत्र भेजा गया है जिसमें ये कहा गया है कि किसान नेता दर्शन पाल ने जो ईमेल के जरिए सरकार के प्रस्ताव पर जवाब भेजा है वो बहुत ही संक्षिप्त है और उसमें बातें साफ नहीं है। कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने ये चिट्ठी किसान नेता दर्शन पाल सिंह को लिखी है। इस चिट्ठी में ये भी कहा गया है कि किसान सरकार द्वारा प्रस्तावित बिंदुओं पर विचार करके बातचीत की तारीख का सुझाव दें ।
वहीं इससे पहले रविवार को मेरठ के हिंद मजदूर किसान समिति से जुड़े किसानों ने रविवार को मेरठ से गाजियाबाद तक ट्रैक्टर रैली भी निकाली। इसके बाद इन किसानों ने दिल्ली पहुंचकर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की और तीनों कृषि कानूनों के समर्थन में ज्ञापन दिया ।
ज्ञापन सौंपते हुए समिति के किसानों ने कहा कि ये कानून किसान को और मज़बूत करेगा। कृषि कानूनों के समर्थन के साथ ही इन किसानों ने कृषि मंत्री से किसानों के लिए ट्यूवबेल मुफ्त कराने की बात भी कही ।