हमसब अपनी इस भागती दौड़ती भरी जिंदगी में इतने मशगूल हो गये है कि हमें आसपास के लोगो की तकलीफ नज़र ही नहीं आती है। यह कहानी आपकी मानवीय संवेदना को बुरी तरह झकझोर कर रख देंगी। हम सब अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त हो गये कि अपने मुलभुत मानवीय कर्तव्य को भूलते जा रहे है।
Madurai: 65-year-old Karuppayi has been living in a public toilet in Ramnad for past 19 years, & earning her livelihood by cleaning the toilets & charging a meager amount from public for using it. #TamilNadu pic.twitter.com/UA1Zmo0pNS
— ANI (@ANI) August 22, 2019
Madurai: 65-year-old Karuppayi has been living in a public toilet in Ramnad for past 19 years, & earning her livelihood by cleaning the toilets & charging a meager amount from public for using it. #TamilNadu pic.twitter.com/UA1Zmo0pNS
— ANI (@ANI) August 22, 2019
हाल ही एक में एक तमिलनाडु की बुजुर्ग महिला की तस्वीर वायरल हुई जिसे देखकर हर किसी की आंखे डबडबा गई। एक 65 साल की बुजुर्ग महिला पिछले 19 साल से एक सार्वजानिक शौचालय में रह रही है। दरअसल इस बात की खबर लोगो तक तब पहुंची जब न्यूज एजेंसी ने बताया कि वो बुजुर्ग महिला 19 साल से तमिलनाडु के मदुरई के रामनंद इलाके के पब्लिक टॉयलेट में रह रही है। टॉयलेट साफ़ कर वो हर रोज 70 से 80 रुपए कमा लेती है। जब बुजुर्ग महिला से उनकी तकलीफ पूछी गई तो उन्होंने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि,वरिष्ठ नागरिक पेंशन के लिए मैंने कलेक्टर कार्यालय में कई अधिकारियो से संपर्क किया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। आय का कोई स्त्रोत नहीं होने के कारण, मजबूरन यह काम करना पड़ा। उन्होंने कहा मै इस काम से दिन में 70, 80 रुपए कमा लेती हुं जिससे मेरा गुजारा चल जाता है। उनकी एक बेटी जो अब उनसे मिलने नहीं आती है। वह अपनी जिंदगी से समझौता कर चुकी है। यह घटना कोई काल्पनिक नहीं है जो मानवीय संवेदना की सीमा तक पहुंचकर समाप्त हो जाए। यह घटना व्यवस्था और समाज दोनों पर कई सवाल खड़े करती है आखिर समाज के प्रति हमारी प्राथमिकताएं क्या है क्या दुसरो कि तकलीफ से किसी व्यक्ति को कोई मतलब नहीं। हलाकि की जब यह खबर लोगो तक पहुंची तो कई लोग बुजुर्ग महिला की मदद करने के लिए आगे बढ़े।
WRITTEN BY- RISHU TOMAR