बिहार के कटिहार से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जहां बाढ़ के बीच फंसी एक गर्भवती स्त्री ने नाव में ही पुत्री को जन्म दिया।
जिसके बाद परिजनों ने बच्ची का नाम गंगा रंग दिया दोनों को पास के अस्पताल पहुंचाया गया जहां दोनों ही अब सुरक्षित है।
यह मामला जिले के कुर्सेला प्रखंड के शेरमारी गांव का है। एनडीआरएफ ने गर्भवती बाढ़ पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया जहां जच्चा-बच्चा दोनो सुरक्षित हैं।
गंगा के बढ़ते जलस्तर और लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ का कहर इस कदर बढ़ गया है कि मरीजों और गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित रखना एक चुनौती सा हो गया है। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भी लोग एक दूसरे की मदद को हमेशा तत्पर रहते हैं साथ ही एक दूसरे का सहारा भी बन रहे हैं। उन सभी की हिम्मत और सूझबूझ एक दूसरे की जान बचाने में काम आ रही है।
बिहार के कटिहार जिले से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां गंगा के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित कटिहार की स्थिति बहुत गंभीर है। जहां के कुर्सेला प्रखंड के लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं। कुर्सेला के शेरमारी गांव की बुधनी देवी गर्भवती थी। बाढ़ की परेशानियों के बीच शुक्रवार को उसे अचानक प्रसव पीड़ा हुई। गंगा नदी की उफनती धारा को पार कर अस्पताल पहुंचना काफी कठिन था क्योंकि प्रखंड मुख्यालय से गांव का संपर्क भंग है।
बुधनी देवी की हालत देखकर परिवार के सभी लोग चिंतित थे। वह गंगा मैया से गुहार लगाने लगे। गांव की आशा दीदी ने अस्पतालों से संपर्क किया और प्रशासन से मदद मांगी जिसके बाद एक मोटर बोट के जरिए बुधनी देवी को अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया गया। उसके बाद जब उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था तो रास्ते में ही बुधनी देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया। उसके जन्म पर खुशी से परिवार वालों ने उसका नाम गंगा रख दिया।
जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनका उपचार किया गया और अब दोनों ही सुरक्षित है। गांव वालों ने गंगा मैया का जयकारा लगाते हुए आशा दीदी और प्रशासन को धन्यवाद कहा।