कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी ने अपने पद से इस्तीफ़ा देने की ठान ली है। कांग्रेस शासित पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सोमबार को मुलाक़ात की लेकिन, लोक सभा चुनाव की त्रासदी की बड़ी हार झलने से पार्टी का अस्तित्त्व ही डगमगा गया है,इसी बीच राहुल गाँधी काअध्यक्ष बने रहना ही पार्टी की बुनियाद की बागडोर का बने रहना है।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कांग्रेस शासित सभी मुख्यमंत्रियों की तरफ से राहुल गाँधी से खुलकर बात-चीत 90 मिनट तक हुई ,सभी ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा,’पार्टी में हार-जीत तो कोई नई बात नहीं है ,यह हार जीत चलती रहती है।उन्होंने कहा हमने उन्हें अपनी भावनाओ से अवगत कराया,और राहुल जी ने हमारी बात को ध्यान से सुना और हमे लगता है राहुल गाँधी उचित समय पर सही फैसला लेंगे।’
लेकिन खबर के मुताबिक अभीतक राहुल गाँधी का अपने पद से इस्तीफ़ा देने की वजह ,हार का सामना न कर पाना या कोई और वजह है, इसका पता नहीं चल पाया है। राहुल गाँधी से उनके आवास पर मिलने वालो में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल और पुडुचेरी के नारायणसामी भी मौजूद थे।
कांग्रेस शासित सभी प्रदेशो के मुख्यमंत्रियों से लेकर राजस्थान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने समझाते हुए रहुल गाँधी को पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए निवेदन भी किया। बैठक शुरू होने से पहले गहलोत और बघेल ने कहा राहुल गाँधी को अपने पद पर बने रहना चाहिए ,उधर राहुल गाँधी ने संसद भवन में मीडिया कर्मी से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा। में अपना फैसला स्पष्ट बता चुका हूँ।आप सभी यह जानते है।राहुल गाँधी फैसला ले चुके है ,वह अब पार्टी के नेतृत्व में नहीं रहेंगे।
लोक सभा चुनाव के बाद पार्टी के मुख्यमंत्री के साथ राहुल गाँधी की यह पहली बैठक थी।
वही दूसरी ओर छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी से मुख्य मंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा
“हम सभी चाहते है की राहुल जी अध्यक्ष बने रहे उन्हें पार्टी नेतृत्व करते रहना चाहिए।सोमवार पार्टी के कई कार्यकर्ताओ ने राहुल गाँधी के समर्थन में कांग्रेस मुख्यालय में अनशन भी किया बाद में पार्टी के समर्थक नारे लगाते हुए आवास तक गए।”
अब देखना होगा की इतनी अटकलों के वावजूद क्या राहुल गाँधी अपने फैसले पर द्रढ निश्चय करके इस्तीफे पर अटल रहेंगे या फिर से अपने पद की कमान संभाल कर पार्टी का नेतृत्व करेंगे।