सेन्ट्रल डेस्क, अरफा जावेद- अगस्ता वैस्टलेंड मामले में भारत को एक और कामयाबी हासिल हुई है। इस मामले में आरोपी राजीव सक्सेना को दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। राजीव सक्सेना के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी दीपक तलवार को भी भारत लाया गया है। दोनों आरोपी फ़िलहाल प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं। अगस्ता डील के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद जांच एजेंसियां भारत लाए गए दो नए आरोपियों को कामयाबी के तौर पर देख रही हैं। बता दें कि सह आरोपी क्रिश्चियन मिशेल पर 3,600 करोड़ वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले के मामले में न्यायिक हिरासत में है।
#WATCH AgustaWestland accused Rajiv Saxena & corporate lobbyist Deepak Talwar who were extradited from UAE last night pic.twitter.com/TUfbK8MwsK
— ANI (@ANI) January 31, 2019
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धन शोधन निरोधक कानून के तहत किया गिरफ़्तार
भारतीय जांच एजेंसियां लंबे समय से दोनों आरोपियों के प्रत्यपर्ण की दुबई सरकार से मांग कर रहीं थीं, जिसके बाद दुबई सरकार ने दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण की इजाज़त दे दी है। अधिकारियों का कहना है कि राजीव शमशेर बहादुर सक्सेना 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर धन शोधन मामले में वांछित है। वहीं लॉबिस्ट दीपक तलवार विदेशी फंडिंग के ज़रिए प्राप्त 90 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का दुरुपयोग करने के मामले में ईडी तथा सीबीआई की वांछित सूची में है। ईडी ने धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दोनों को गिरफ़्तार किया है।
फ़िलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से दिल्ली में पूछताछ कर रही है, जिसके बाद दोनों को मेडिकल जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच पूरी होने के बाद दोनों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बुधवार को घर से किया गया गिरफ़्तार
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, राजीव सक्सेना को दुबई स्थित उनके घर से सुबह 9:30 बजे दुबई पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किया गया। सक्सेना के वकीलों ने आरोप लगाया है कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया का सही तरह से पालन नहीं किया गया है। वकीलों का कहना है कि सक्सेना को उनके परिवार से भी मिलने नहीं दिया गया और उन्हें उनकी दवाइयां ले जाने की भी इजाज़त नहीं दी गई।
वहीं दीपक तलवार के खिलाफ़ सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में केस दर्ज किया था। उनपर एनजीओ के ज़रिए 90 करोड़ रुपयों की हेराफेरी का आरोप है। इसके साथ-साथ संप्रग सरकार के दौरान कुछ विमान सौदों में उनकी भूमिका जांच के घेरे में है। तलवार पर भ्रष्टाचार के आपराधिक मामलों में ईडी और सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। आयकर विभाग ने दीपक पर कर चोरी का भी आरोप लगाया है।