लोकसभा चुनाव 2014 की तरह नरेंद्र मोदी की लहर ने जिस तरह से विपक्षियों के ऊपर कहर बरपा समझिये सूफड़ा साफ़ कर दिया। बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रही। जहां एक तरफ बीजेपी को 303 सीट तो वहीं कुल एनडीए गठबंधन को 353 सीट।
30 मई को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए एक बार फिर शपथ लेने वाले हैं। शपथ समारोह के लिए बिमस्टेक देशों को आमंत्रित किया गया है। जीत के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नरेंद्र मोदी को फोन पर बधाई देते हुए दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए मिलकर काम करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। जिसके बाद से कयास ये लगाया जा रहा था कि नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आमत्रिंत कर सकते है। लेकिन, इमरान खान को अनदेखा कर दिया गया। जिसके बाद इमरान खान ने कहा कि ‘नरेंद्र मोदी की घरेलू राजनीति उन्हें पाकिस्तानी बुलाने की इजाजत नहीं देती है।’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक न्यूज चैनल से बातचीज में कहा “उनका पूरा चुनाव पाकिस्तान के विरोध पर आधारित था। ऐसी उम्मीद करना बेवकूफी ही होगी कि वह आसानी से भारत- पाकिस्तान के रिश्ते को भूल जायेंगे। 2014 नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था। ताकि दोनों देशों के बीच की दूरी को ख़त्म कर एक नयी सोंच के साथ आगे बढ़ा जाये लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
आपको मामलू होगा जिस तरह से 14 फ़रवरी पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी करवाई की। इसके बाद थोड़ा मुश्किल होगा की भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते आसानी से सुलझ जायेंगे।
इस बार शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान को आमंत्रित किया गया है।