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चीन का आर्थिक बहिष्कार : PUBG सहित 118 चीनी ऐप्स बैन

हाल ही में चीन द्वारा किए गए घुसपैठ पर भारतीय सैन्य कार्रवाही के बाद, भारत सरकार ने आर्थिक रूप से भी चीन को कड़े संदेश देने की प्रक्रिया जारी रखी है।

आज लिए गए फ़ैसले में 118 चीनी ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से भारत में बैन कर दिया गया है। बड़ी खबर यह है कि इन 118 ऐप्स में PUBG भी शामिल है।

यह चीनी ऐप्स बैन की तीसरी कड़ी है जो भारत सरकार ने ली है। इससे पहले पिछली दो कड़ियों में 106 चीनी ऐप्स बैन किए जा चुके है। इस तीसरी कड़ी के 118 ऐप्स के बाद अब इस बैन ऐप्स की संख्या 224 हो चुकी है।

PUBG बैन : क्यों है खबर?

भारत में खेले जाने वाले सभी गेमिंग ऐप्स में, PUBG शीर्ष पर है। अकेले भारत में रोज़ाना क़रीब 1 करोड़  30 लाख गेमर इसे ऑनलाइन खोलते हैं।

PUBG एक ऑनलाइन मल्टीप्लेयर बैटल रॉयल गेम है जो दक्षिण कोरियाई वीडियो गेम कंपनी Bluehole की सहायक PUBG कॉर्पोरेशन द्वारा बनाया गया है। लेकिन PUBG मोबाइल उसी सहायक कंपनी द्वारा नहीं बनाया गया है। जब PUBG मोबाइल को शुरू में लॉन्च किया गया था, तो इसके पीछे का मकसद PUBG को चीन में प्रवेश कराना था क्योंकि वहां खेल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। शेन्ज़ेन स्थित टेनसेंट गेम्स द्वारा ब्लूहोल स्टूडियो में 1.5% हिस्सेदारी खरीदने के बाद ही यह गेम चीन में जारी किया गया था और इसी तरह PUBG मोबाइल अस्तित्व में आया।

PUBG बैन चीनी कम्पनियों पर किया गया एक एक और प्रहार ही है। औसतन 65 लाख डॉलर प्रतिदिन कमाने वाले PUBG को इस बांन से सीधी चोट की गयी है।

बौखलाया चीन 

पिछले 70 वर्षों में पहली बार, भारत के इस कड़े रुख़ से चीन बौखलाया तो है ही साथ ही अपनी ही कंपनियो के भारत में काम करने देने के लिए WTO के नियमों की दुहाई भी दे रहा है। गौरतलब है की इस बार चीन को पड़ती दोहरी मार, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फ़ज़ीहत का कारण तो बैन ही रही है, साथ ही उसके दोहरे मापदंडों को भी दुनिया के सामने ला रही है।

 

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