Written By : Amisha Gupta
उत्तर प्रदेश में 31 साल पहले हुए बम ब्लास्ट मामले के फरार आरोपी नजीर अहमद को श्रीनगर में गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह गिरफ्तारी यूपी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि नजीर अहमद एक दशक से अधिक समय से पुलिस को चकमा दे रहा था और फरार था। घटना 1993 की है, जब उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख शहर में एक बड़े बम धमाके को अंजाम दिया गया था। इस ब्लास्ट में कई लोग घायल हुए थे और संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने नजीर अहमद को मुख्य आरोपी के रूप में पहचाना था। हालांकि, आरोपी को तब से पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई थी और वह एक समय तक भारत के विभिन्न हिस्सों में छिपा हुआ था। नजीर अहमद के बारे में जानकारी मिली थी कि वह पाकिस्तान से लौटने के बाद जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर क्षेत्र में छुपा हुआ था।
पुलिस ने उसके खिलाफ कई सालों से वारंट जारी किए हुए थे, लेकिन वह हर बार पुलिस से बचकर निकल जाता था।
इसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने कई बार श्रीनगर पुलिस से संपर्क किया, और आखिरकार एक संयुक्त अभियान के तहत नजीर अहमद को पकड़ा गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नजीर अहमद को गिरफ्तार करने के बाद उसके खिलाफ पहले से दर्ज मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अब तक अन्य कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन नजीर अहमद की गिरफ्तारी इस मामले के अंतिम अध्याय के रूप में देखी जा रही है। पुलिस ने बताया कि नजीर अहमद के पास से कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। गिरफ्तारी से यूपी पुलिस को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि यह मामले में लंबी अवधि से चली आ रही जांच को सफलतापूर्वक समाप्त करने में मदद करेगा। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि नजीर अहमद की गिरफ्तारी से यह संदेश भी जाएगा कि कानून से बचकर कोई नहीं जा सकता।