कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने पुरे देश में आतंक मचा दिया है।वहीं खतरा दिसंबर में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है।आपको बता दें कि 8 दिनों में 37 नए मामलों ने चिंता बढ़ा दी है
और ये हाल तब का है जब CM के आदेश के बाद भी स्वास्थ्य विभाग 2 लाख जांच नहीं कर पा रही है।अगर जांच बढ़ाई जाएगी तो मामले भी बढ़ जाएंगे।गौरतलब है कि बिहार में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या भी हर दिन बढ़ती नज़र आ रही है।
बिहार में 8 दिनों में मिले 37 कोरोना पॉजिटिव केस,सीएम नीतीश के आदेश के बाद भी 24 घंटे में सिर्फ 1.66 लाख लोगों की हुई जांच
पिछले 24 घंटे में 9 नए मामले आने के बाद एक्टिव मरीजों की संख्या अब 35 हो गई है।इसी दौरान बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।उसके साथ ही जांच की संख्या बढ़ाने के साथ नए वैरिएंट को लेकर सतर्कता का निर्देश भी दिया है।
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में 9 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है,जिसमे 4 मामले पटना के हैं और भोजपुर, गया, नालंदा, पूर्णिया तथा समस्तीपुर में एक-एक मामले सामने आए हैं।इसके साथ ही अब पटना में एक्टिव मामले 21 हो गए हैं
।स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक राज्य में कुल 7,26,259 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं,जिसमे 7,14,133 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है।वहीं 12,090 लोगों की जान संक्रमण से चली गई है।
गौरतलब है कि बिहार में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 35 हो गई है।स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में कोरोना से रिकवरी रेट 98.33% पर स्थिर है। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए सोशल डिस्टेंस और मास्क के नियम को लेकर निगरानी बढ़ाई जा रही है।
कोरोना के खतरे को देखते हुए CM नीतीश कुमार ने एक दिन में 2 लाख जांच कराने का निर्देश दिया है,पर स्वास्थ्य विभाग इस टारगेट को पूरा नहीं कर पा रही है।आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में सिर्फ 1,66,837 लोगों की कोरोना जांच हो पाई है।इसी दौरान स्वास्थ्य विभाग सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है और जांच की संख्या बढ़ाने के साथ वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है।