सेंट्रल डेस्क सिमरन गुप्ता:- दिल्ली–एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। शुक्रवार को भी लोगों को खराब हवा से जूझना पड़ा। हवा की गुणवत्ताबेहद खराब और गंभीर स्तर की सीमा रेखा पर बनी हुई है। दिल्ली–एनसीआर में गाजियाबाद लगातार चौथे दिन सबसे प्रदूषित रहा। यहांवायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 रिकॉर्ड किया गया। राहत भरी खबर यह है कि शुक्रवार देर शाम से हवा की गुणवत्ता में सुधारहोने के संकेत मिलने लगे हैं। हवा की चाल में तेजी आने से अगले दो दिनों में प्रदूषण कम होने का अनुमान है। ‘सफर’ का पूर्वानुमान हैकि अगले दो दिन तक हवाएं तेज चलेंगी। इससे शनिवार से हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
सफर का कहना है कि पंजाब व हरियाणा में पराली जलने के मामले कम होने से दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं के हिस्से में कमीआई है। शुक्रवार को पराली के धुएं का हिस्सा बृहस्पतिवार की 5 फीसदी की तुलना में चार फीसदी पर पहुंच गया।
दिल्ली का एक्यूआई 360
दिल्ली का एक्यूआई 360, नोएडा का 380 और ग्रेटर नोएडा का 390 पर रहा। बीते पांच दिनों में दिल्ली–एनसीआर में सबसे साफ हवागुरुग्राम की रही। शुक्रवार को यहां का सूचकांक 288 पर रिकार्ड किया गया।
रोहिणी रहा सबसे प्रदूषित
राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में हवा की गुणवत्ता सबसे खराब स्तर पर रही। रोहिणी का एक्यूआई 416 रिकॉर्ड किया गया।इसके बाद बवाना (411), आनंद विहार (410), मुंडका (401), नरेला (401) और विवेक विहार में 402 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
25 से थमेगी हवा की गति
स्काईमेट वेदर के एक विशेषज्ञ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते 25 नवंबर से हवा की रफ्तार कम हो जाएगी। इससे लोगों कोएक बार फिर प्रदूषित हवा का सामना करना पड़ सकता है।
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