सेंट्रल डेस्क आयुषी गर्ग:- भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है। 26 नवंबर के दिन देश अपना संविधान दिवस मनाता है। आज ही के दिन सन 1949 में देश का संविधान का तैयार हुआ था. तो आइए जानते हैं कि आखिर भारत का संविधान बना कैसे.
कैसे बना संविधान
296 चुने हुए लोग, लगभग 3 साल का समय, 12 सत्र और 167 बैठकों के बाद देश को मजबूत करने वाला एक संविधान तैयार हुआ था. इसके बनते ही भारत संपन्न राष्ट्र बना. संविधान महज एक किताब नहीं है, भारत की आत्मा है. संविधान देश का सर्वोच्च कानून है.
भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है जिसके मुख्य प्रावधान विभिन्न अन्य देशों के संविधानों पर आधारित हैं। संविधान सभा द्वारा भारत का संविधान तैयार करने का विचार पहली बार 1934 में एम एन रॉय, ज़ो भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन के एक लीडर थे, उन्होंने इसका प्रस्ताव सबके आगे रखा गया था। वर्तमान संविधान भारत की संविधान सभा द्वारा तैयार किया गया था जिसका गठन 16 मई,1946 को कैबिनेट मिशन योजना के तहत हुआ था। संविधान तैयार करने के लिए ड्राफ्टिंग समिति का नियुक्तिकरण डॉ. भीम राव अमबेडकर की अध्यक्षता के तहत 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा द्वारा किया गया था।
डॉ. बी आर अम्बेडकर ने संविधान का अंतिम विचार नवम्बर 4, 1948 को संविधान सभा में पेश किया था जिसके बाद मसौदे की हर धारा पर विस्तृत विचार-विमर्श तथा बहस की गई। सभी विचारों और संशोधनों को संविधान में सम्मिलित करने के बाद ड्राफ्ट संविधान को 26 नवम्बर, 1949 संविधान सभा द्वारा पारित कर दिया गया जिसमें एक उद्देशिका , 395 आर्टिकल तथा 8 अनुसूचियाँ शामिल थी।
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