बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए जुबानी जंग के साथ साथ एलजेपी अध्यक्ष रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की मौत पर भी लगातार राजनीति हो रही है। आपको बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोचो ने रामविलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच की मांग की है। इसी मामले को लेकर पार्टी के प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने पीएम मोदी को एक पत्र भी लिखा है।
पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने अपने पत्र में लिखा कि रामविलास पासवान के निधन से सभी को दुख है, लेकिन उनके बेटे इस बात से खुश दिखाई दे रहे हैं। इस लिए हम ये जानना चाहते हैं किकेंद्रीय मंत्री होने के बावजूद रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन क्यों नहीं जारी किया गया। दानिश ने पूछा कि आखिर कौन है जो मेडिकल बुलेटिन जारी करने से रोकता था। इन सारी बातों की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आगे बताया कि रामविलास पासवान के निधन में चिराग की भी पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। हमारे साथ साथ पूरा देश जानना चाहता है कि आख़िर कौन से राज को चिराग पासवान सामने आने से छिपा रहें हैं।
वहीं हम पार्टी के लागए गए इन आरोपों चिराग पासवान ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि मांझी जी पहले ये याद कर ले कि जब पापा अस्पताल में थे तो क्या उनका फ़ोन नहीं आया था, क्या उनसे मेरी बात नहीं हुई थी। चिराग ने कहा कि उनको मैंने नहीं बताया था कि पापा की तबियत काफ़ी ख़राब है। और अब वहीं लोग मेरे खिलाफ जा कर इसपर राजनीति कर रहे हैं।