दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास हुए कम तीव्रता वाले ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। दिल्ली से लेकर मुंबई तक सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और घटना के पीछे के कारणों की तेजी के साथ जांच की जा रही हैं। इस बीच खबर है कि पूरे मामले की खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह निगरानी कर रहे हैं। गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत कर पूरे हालात की समीक्षा की है और मामले में अब तक सामने आए तथ्यों पर जानकारी ली है।
वहीं इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने इजराइली समकक्ष गाबी अशकेनाजी से पूरे मामले को लेकर बातचीत की। इजरायली विदेश मंत्री के साथ हुई बातचीत में एस जयंशकर ने कहा कि हम इस मामले को बेहद गंभीरता के साथ ले रहे हैं। साथ ही इजरायली दूतावास और डिप्लोमेट्स को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई गई है। मामले की जांच चल रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं इजरायली विदेश मंत्री ने भी भारतीय एजेंसियों की जांच पर संतोष जाहिर किया है। साथ ही हर संभव सहयोग का भरोसा दिया है।
वहीं दिल्ली में हुई इस घटना को लेकर मुंबई में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मुंबई पुलिस की तरफ से आए बयान के मुताबिक दिल्ली ब्लास्ट के बाद मुंबई में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है और व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
दरअसल दिल्ली में इजरायली एंबेसी के पास एक कम तीव्रता वाला धमाका रिपोर्ट किया गया है। इस ब्लास्ट में किसी के भी जख्मी होने की खबर नहीं है। हालांकि मौके पर कुछ गाड़ियों को नुकसान होने की खबर है। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं और जल्द ही इस मामले में खुलासा होने की संभावना है।
इस पूरे मामले में एक अहम बात ये कि 29 जनवरी की तारीख भारत और इजरायली संबंधों की सालगिरह के तौर पर एक खास दिन है। दरअसल भारत ने इजराइल को सितंबर 1950 में मान्यता तो दे दी थी लेकिन इजरायल में कोई राजनयिक मिशन नहीं खोला था। 29 जनवरी 1992 को भारत-इजराइल के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध हुए थे। ऐसे में आज ही के दिन हुई ये घटना कई बड़े सवाल खड़े करती है। जिनका जवाब सिर्फ जांच के बाद ही मिल सकेगा।