सेन्ट्रल डेस्क, ज्योति : CBI को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोलकाता में चल रहे सियासी ड्रामे पर तुरंत सुनवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के खिलाफ पुख्ता सबूत मौजूद हों, तभी कोर्ट आगे कार्यवाही करेगा।
NEWS 10 INDIA की लेटेस्ट खबरें और अपडेट्स जानने के लिए आप हमारे FACEBOOK पेज को लाइक करना ना भूलें। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ।
सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई करेगा। दरअसल, सीबीआई का आरोप था कि राजीव कुमार इन्वेस्टिगेशन में साथ नहीं दे रहे हैं। सीबीआई ने कोर्ट से निवेदन किया था कि कोर्ट राजीव कुमार को जांच में सहयोग करने का निर्देश दे।
इस मामले में अब सुनवाई मंगलवार को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि अगर कोलकाता पुलिस कमिश्नर सबूत मिटाने की सोचते भी हैं तो उनको बहुत पछताना पड़ेगा।
गौरतलब है कि राजीव कुमार पर सबूत मिटाने का भी आरोप लगाया गया है। सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की ओर से सॉलिसिटर जनरल का आरोप है कि राजीव कुमार ने सभी सबूत मिटा दिये हैं। इस बाबत पर कोर्ट का कहना है कि सीबीआई सबूत पेश करे और कोर्ट राजिव कुमार को ऐसी सज़ा देगा जिससे उन्हें पछताना पड़ेगा।
Hearing on CBI plea in SC: CJI Gogoi says, “If Kolkata Police Commissioner even remotely thinks of destroying evidence, bring the material before this Court. We will come down so heavily on him that he will regret.” #WestBengal pic.twitter.com/4VRhH7b4Ff
— ANI (@ANI) February 4, 2019
बता दें कि अपनी याचिका में सीबीआई ने कहा था कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को कई बार समन किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से जांच में कोई सहयोग नहीं दिया जा रहा था। इसके साथ-साथ सीबीआई ने आरोप लगाया था कि राजीव इन्वेस्टिगेशन में बाधाएं भी पैदा कर रहे हैं।
NEWS 10 INDIA की खबरों को और अधिक विस्तार से जानने के लिए अब आप हमें Twitter पर भी फॉलो कर सकते है । क्लिक करें नीचे दिए लिंक पर ।
क्या है शारदा चिट फंड घोटाला
साल 2013 के अप्रैल महीने में यह चर्चित चिटफंड घोटाला सामने आया था। कथित तौर पर यह घोटाला तीन हजार करोड़ रुपए का है। शारदा ग्रुप की कंपनियों पर लोगों से गलत ढंग से पैसे जुटाने का आरोप है जिन्हें बाद में वापस नहीं किया गया। इस घोटाले में पश्चिम बंगाल सरकार पर भी सवाल उठे थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार चिट फंड घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज राजीव कुमार के एसआईटी प्रमुख रहने के दौरान गायब हो गए थे। इन दस्तावेजों में चिटफंड घोटाले में शामिल लोगों के नाम का विवरण होने की संभावना जताई जाती है। कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने राजीव कुमार को मामले में आरोपित किया था।