इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिश्केक में हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में शिरकत करने पहुंचे हैं। जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान,रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन,चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ कई देश के राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने वहां पहुंचे विश्व के अन्य नेताओं के स्वागत में खड़े हुए और उनके स्वागत में हाथ आगे बढ़ाया लेकिन वहीं जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहुंचे तो नरेंद्र मोदी ने उनकी तरफ न देखा और न बात की और न हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। इससे साफ दिख रहा है कि नरेंद्र मोदी चाहते हैं जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को सफाया न कर दे तब तक वह दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ा सकते।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता की और आतंकवाद का मुद्दा उठाया और उन्होंने पाकिस्तान को लेकर भी कहा कि भारत ने संबंध सुधारने के लिए कई प्रयास किए, इसका कोई नतीजा नहीं हुआ। पीएम मोदी ने चीन को आतंकबाद के खिलाफ मिलकर काम करने को लेकर भी बात की।
जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने दोस्ती का इजहार गले लगाकर किया।वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लादिमीर पुतिन को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मेरे चुनाव में विजय की भविष्यवाणी भी सत्य हो गई। आपके जैसे पुराने और घनिष्ठ मित्र के विश्वास से मुझे ऊर्जा मिली।
आपको बता दें कि इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी विशकेक में हो रही है समिट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तानी एयर स्पेस का इस्तेमाल न करते हुए ओमान से होकर जाने वाला लंबा रूट चुना था।