बिहार विधान सभा चुनावों में चल रहा सियासी घमासान अब तीखी बयानबाजी और एक दूसरे के दलों में
सेंध लगाने तक पंहुच गया है। चिराग पासवान ने सिर्फ नीतीश कुमार पर अपने बयान देकर हमलावर बने हुए हैं, बल्कि बीजेपी के बागियों के सहारे उनके उम्मीदवारों के लिए भी लगातार मुश्किल खड़ी करने में लगे हैं। ऐसा ही एक दांव खेलते हुए सहिराग पासवान ने बीजेपी की पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी को पालीगंज विधानसभा से टिकट दिया है। उषा विद्यार्थी 2010 में इस सीट से विधायक रह चुकी हैं। और इस बार भी वो अच्छी खासी टक्कर अपने विरोधीयों को दे सकती हैं।
2015 के चुनावों में इस सीट से आरजेडी के टिकट पर जयवर्धन यादव ने बीजेपी उम्मीदवार को हराया था। इस बार ये सीट जेडीयू के खाते में थी और खास बात ये कि जेडीयू ने जयवर्धन यादव को उम्मीदवार बनाया है। यादव जेडीयू में शामिल हो गए और अब सहिराग पासवान ने इस सीट पर बाजी पलटने के लिए उषा विद्यार्थी को टिकट दिया है।
उषा विद्यार्थी को चिराग पासवान ने एलजेपी में शामिल कराया। उषा ने इस मौके पर चिराग पासवान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि बिहार को आगे ले जाने के लिए कुछ कठोर फ़ैसले लेने के ज़रूरत थी। साथ ही चिराग के बिहार 1st बिहारी 1st के नारे को भी बुलंद करने ई बात की।
दरअसल सहिराग पासवान ने हाल ही में एनडीए से अपना नेता तोड़कर अकेले बिहार चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सहिराग न सिर्फ जेडीयू की खिलाफत कर रहे हैं बल्कि नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ाने का काम भी कर रहे हैं। ऐसेमें अब देखना होगा कि सहिराग अपने मकसद में कितना कामयाब हो पाते हैं । पहले चरण की वोटिंग में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है ऐसे में अब चुनावी बयानबाजी और तीखी होनी तय है।