बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग काफी नजदीक है और प्रदेश में सियासी उठापटक और बदलाव लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक बदलाव सामने आया है जिसके पिछले लंबे वक्त से कयास लगाए जा रहे थे। दरअसल एनडीए में दरार की खबर सामने आई है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में अहम फैसला हुआ है। एलजेपी ने फैसला किया है कि बिहार चुनाव में नीतीश कुमार की अगुवाई में नहीं लड़ा जाएगा। काफी लंबे वक्त से सीट बंटवारे और जेडीयू के साथ मतभेदों को लेकर एलजेपी और एनडीए में तनातनी चल रही थी। फैसले को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कम शब्दों में काफी कुछ कह दिया। चिराग पासवान ने कहा कि- मैं आज के फैसले से खुश हूं। मुझे अपने पल का आनंद लेने दें।’
दरअसल दिल्ली में एलजेपी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद चिराग पासवान ने विक्ट्री साइन बनाकर इशारों में ही अपने इरादे जाहिर कर दिए। इसके बाद चिराग ने कहा कि – मैं इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन हम ये लड़ाई जीतेंगे।’
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल खालिक ने भी साफ कर दिया कि लोक जनशक्ति पार्टी वैचारिक मतभेदों की वजह से जनता दल (यूनाइटेड) के साथ बिहार चुनाव में नहीं लड़ेगी।
दरअसल लंबी तनातनी के बीच बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि बिहार चुनावों में एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में ही उतरेगा। इसके बाद लंबी तनातनी चली और बिहार में एलजेपी का एनडीए से नाता टूट गया। हालांकि केंद्र में बीजेपी और एलजेपी का गठबंधन अभी भी बरकरार है। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए आज शाम बैठक करेगी। और जल्द ही पहले चरण के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट का भी ऐलान किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें:इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह हुई बीजेपी में शामिल, बांका से लड़ सकती है चुनाव