पंजाब में ओमिक्रॉन की एंट्री हो गई है। नवांशहर के ब्लॉक मुकंदपुर में कोरोना के नए वैरिएंट का पहला मरीज मिला है। कोरोना के नए वैरिएंट से पीड़ित मरीज स्पेन से लौटा है।
पंजाब में ओमिक्रॉन की एंट्री: नवांशहर में मिला पहला मरीज, कोरोना से पहली मौत भी यहीं दर्ज हुई थी
चार दिसंबर को स्पेन से लौटे इस युवक का तय प्रोटोकाल के अनुसार आठ दिन बाद टेस्ट किया गया, तो वह पॉजिटिव पाया गया। अगले दिन उनके परिवार के दो और सदस्य भी संक्रमित पाए गए। विदेश से लौटने के कारण युवक के सैंपल की होल जिनोम सिक्वेंसिंग करवाई गई, जिसकी रिपोर्ट में उसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है।
राहत की बात ये है कि युवक और उनके परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है तथा सभी को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।
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पंजाब में कोरोना से सबसे पहली मौत मार्च 2020 में नवांशहर के गांव पठलावा में विदेश से आए बुजुर्ग की ही हुई थी। उसके बाद नवांशहर के लोगों के संपर्क में आए लोगों से ही होशियारपुर व जालंधर जिलों में कोरोना के केस मिले थे।
स्वास्थ्य विभाग ने घटाई टेस्टों की संख्या
वहीं बढ़ते संक्रमण और ओमिक्रॉन के खतरे के बीच भी जिम्मेदार महकमा टेस्टों की संख्या नहीं बढ़ा रहा है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी ने 40 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के आदेश दिए हुए हैं।
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इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने टेस्ट की संख्या बढ़ाने के बजाय घटाकर 10 हजार कर दी है। चुनावी राज्य होने के कारण केंद्र सूबे में बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंता जता चुका है और लगातार एहतियात बरतने की हिदायत दे रहा है।
390 सक्रिय केसों ने बढ़ाई चिंता
डिप्टी सीएम ओपी सोनी ने कहा है कि टेस्टों की संख्या में कोई कमी नहीं की जाएगी। अगर कोई लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। संक्रमण दर बढ़ने के साथ ही बढ़ते सक्रिय मामलों ने भी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। एक महीने के दौरान सूबे में सक्रिय मामले 200 से बढ़कर 390 तक पहुंच चुके हैं। विशेषज्ञों के अनुसार सक्रिय केसों की बढ़ती संख्या किसी भी राज्य के लिए चिंता का विषय है।