बिहार चुनाव में वार पलटवार का दौर जारी है। खासकर जेडीयू और आरजेडी के नेता आमने सामने हैं और एक दूसरे पर तीखे वार कर रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के कंधों पर अपने पिता लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी में पार्टी का पूरा दारोमदार चल रहा है। तेजस्वी बिहार में लगातार रैली कर रहे हैं और उनके निशाने पर सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होते हैं। हसुआ में रैली के दौरान भी तेजस्वी ने नीतीश पर कुछ इसी अंदाज में निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि 9 तारीख को लालू प्रसाद यादव बाहर आ रहे हैं और 10 तारीख को नीतीश की विदाई होने जा रही है।
अपनी रैली में संबोधन के दौरान तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर कोविड महामारी के संकट में घर में बंद रहने का आरोप लगाया। वहीं इसके साथ तेजस्वी ने प्रवासी श्रमिकों के पलायन और उनको हुई तकलीफों को लेकर भी कई गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने कहा कि जब प्रवासी मजदूर अपने घर लौट रहे थे तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री आवास में बंद थे। तेजस्वी ने कहा कि हमारी सरकार सवर्णों, दलितों, गरीबों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, अल्पसंख्यकों सभी को एकसाथ लेकर चलेगी। दरअसल लालू प्रसाद यादव घोटाले को लेकर झारखंड में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें हाल ही में झारखंड हाईकोर्ट से एक मामले में जमानत मिल गई थी लेकिन लालू जेल से बाहर नहीं आ सके। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एक दूसरे केस में जमानत याचिका पर सुनवाई प्रक्रिया में है।
इसी को लेकर तेजस्वी ने नीतीश पर निशाना साधा औऱ कहा कि 9 नवंबर को लालू जी की रिहाई हो रही है, उसी दिन मेरा जन्मदिन भी है और 10 तारीख को नीतीश जी की विदाई है। इतना ही नहीं तेजस्वी ने अपने भाषण में नीतीश पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश जी, आप थके हुए हैं। आप बिहार की देखभाल नहीं कर पाएंगे।
दरअसल बिहार में तीन चरणों में 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को वोटिंग होनी है। 10 नवंबर विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।