जामिया मिलिया इस्लामिया के अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग के 2019 के दाखिले 10 जनवरी से शुरू होने वाले थे परन्तु अभी तक फॉर्म्स नहीं निकले हैं। ऐसे बहुत से छात्र हैं जिन्हे अर्जुन सिंह में दाखिला लेना है और वह सभी इंतज़ार में हैं की फॉर्म्स कब तक निकलेंगे
जानिए अभी तक फॉर्म्स क्यों नहीं आए
अर्जुन सिंह सेंटर की मान्यता युजिसी के ज़रिये रद्द कर दी गई है। वैसे तो जामिया प्रशासन इसके लिये लगातार यूजीसी के चक्कर लगा ही है और पुरी कोशिश कर रही है कि ऐसा न किया जाए कियुँकि ऐसा करने से अर्जुन सिंह सेंटर में रजिस्टर्ड नौ हज़ार स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में पड़ जायेगा
अभी तक नहीं मिला यूजीसी से कोई जवाब
सेंटर के अघिकारियों ने यूजूसी के सभी आदेशों का पालन करते हुए सारे दस्तावेज़ जमा कर दिए हैं और इसके साथ ही अधिकारीयों के साथ यूजीसी की इंटरफ़ेस मीटिंग भी की जा चुकी है लेकिन अभी तक यूजीसी से जवाब नहीं मिला है।
जानिए क्यों किया यूजीसी ने ऐसा
निर्देशक प्रो, रामेशवर बहुगुणा ने बताया की नेशनल असिस्मेंट एक्रोडिटेशन काउंसिल के मुताबिक 3.26 से कम पॉइंट होने की वजह से इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यूजीसी, 2017 के नियम अनुसार जामिया मिल्लिया इस्लामिया में चल रहे दोनों विश्वविद्यालय यानि रेगुलर और ओपन दोनों को एनएएसी में 3.26 होना अनिवार्य है। लेकिन यूनिवर्सिटी का 3.09 ही है जिसके कारण यूजीसी ने मान्यता रद्द कर दी है
किया कर रही है यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त करने लिए
यूजीसी से मान्यता प्राप्त करने के लिए नए सिरे से आवेदन प्रस्तुत किया गया है। इन सभी प्रक्रिया को दिसंबर से पहले ही पुरा कर दिया गया था
जामिया की प्रशासन को उम्मीद है की यूजीसी की तरफ से जल्द ही मान्यता मिल जाएगी और जनवरी के आखरी सप्ताह और फरवरी के शुरूआती सप्ताह में दाखिले शुरू कर दिए जायेंगे
आपको बता दें की अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग सेंटर में दाखिले की प्रक्रिया जुलाई से शुरू हो जाती है। इस सेंटर में लगभग 19 कोर्स चलते हैं लेकिन 2019 में दिसंबर के मध्य तक बस डिप्लोमा के ही फॉर्म निकले गए हैं।
तो देखन वाली बात यह है की यूजीसी से जामिया को मान्यता प्राप्त होगी या नहीं