जम्मू – कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का प्रस्ताव जब राजयसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किया तो समर्थन और विरोध में लोग खुलकर सामने आने लगे। सरकार को इस कदम पर उम्मीद से बेहतर समर्थन मिला। इस मसले पर कांग्रेस सदन के अंदर ज्यादा मजबूत नज़र नहीं आई। शाम होते -होते पार्टी इस मसले पर बंटी हुई नज़र आई। कांग्रेस के नेताओ ने कश्मीर में आर्टिकल 370 का हटाने का समर्थन किया।
Very unfortunate that Article 370 is being converted into a liberal vs conservative debate.
Parties should put aside ideological fixations & debate what’s best for India’s sovereignty & federalism, peace in J&K, jobs for Kashmiri youth & justice for Kashmiri Pandits.
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) August 5, 2019
इस लिस्ट में हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा महाराष्ट्र के मिलिंद देवड़ा से लेकर सीनियर कांग्रेस जनार्दन द्विवेदी शामिल हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने तो इस आर्टिकल को लेकर ट्वीट किया कि 20 सदी को 21 सदी में इसकी कोई जगह ही है हलाकि कि कुछ देर के बाद अपना ट्वीट हटा लिया इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक अखबार की पुरानी खबर भी ट्वीट की थी, जिसमे उनके हवाले से 370 हटाने की वकालत की गई थी। मिलिंद देवड़ा ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से आर्टिक्ल 370 के मसले को एक कट्टर बहस में उलझाया जा रहा है। पार्टियों को अपने बैद्धिक स्तर मतभेदों को किनारे कर भारत की संप्रभुता,कश्मीर शांति,युवाओ को रोजगार और कश्मीर पंडितो के लिए न्याय के लिहाज से सोचना चाहिए। देश में फिलहाल इस बहस को ज्यादा समय तक जारी रहना ठीक नहीं है। इस नई पहल को स्वीकार किया जाना चाहिए। अमन में शांति और सौहार्द की कामना करनी चाहिए। ताकि भारतीय लोकतंत्र और उसके सिंद्धान्तो पर गर्व कर सके।
written by- rishu tomar