सियासत में कई बार पुराने रिश्ते टूट जाते हैं और लंबी दोस्ती अदावत में तब्दील हो जाती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है बीजेपी और शिवसेना के बीच। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर तंज कसने का एक भी मौका नहीं चूकती। शिवसेना ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है। शिवसेना ने बिहार में मुख्यमंत्री का पद जदयू को देने को लेकर तंज कसा है। दरअसल जदयू एनडीए गठबंधन में दूसरे स्थान पर रही है। इसे लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर तंज कसा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है कि पिछले साल महाराष्ट्र चुनाव के बाद बीजेपी ने उसके साथ ऐसा करने से मना किया था। शिवसेना ने लिखा कि ये देखना होगा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार कब तक बीजेपी के ‘दबाव’ को झेल सकते हैं। या फिर नीतीश कुमार भी बीजेपी से अलग रास्ता अपनाएंगे।
शिवसेना की तरफ से कहा गया है कि बीजेपी को ज्यादा सीटें मिलने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया गया था लेकिन बिहार में तीसरे स्थान पर रहने के बावजूद जदयू को सीएम का ताज दिया गया। शिवसेना ने ताना मारते हुए लिखा कि क्या उदारता! इस बलिदान को राजनीति में वर्णित करने के लिए स्याही की कमी होगी।
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 74 सीटें मिलीं है। वहीं जदयू को 43 सीटों पर जीत हासिल हुई है। जबकि लालू की पार्टी आरजेडी 75 सीटों के साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनी है।वहीं महाराष्ट्र की बात करें तो विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी और शिवसेना में मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर हुआ मतभेद अलगाव की वजह बन गया था।