एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्लोबल पॉपुलरिटी सामने आई है। बता दे की PM मोदी को एक सर्वे के दौरान ग्लोबल वर्ल्ड लीडर्स लिस्ट में पहले नंबर पर चुना गया है। वही पीएम को इस लिस्ट में 71% अप्रूवल रेटिंग मिली, जबकि उनके साथ के अन्य ग्लोबल लीडर्स रेटिंग के लिहाज से कहीं पीछे रहे हैं।
बता दे की इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले नंबर पर रहने के दौरान अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे पॉवरफुल और डेवलप्ड देशों के राष्ट्र प्रमुखों को भी कहीं पीछे छोड़ दिया। वही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 43% रेटिंग मिली और वे नंबर-6 पर रहे हैं। इसके अलावा कनाडाई राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो को भी 43% रेटिंग अंक ही मिले हैं, मगर उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति के बाद रखा गया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को 41% अप्रूवल रेटिंग मिली है।
लिस्ट में दूसरे नंबर पर मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्रादर रहे हैं, जिन्हें 66% अप्रूवल रेटिंग्स मिली है। और उनके बाद तीसरा नंबर इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी का रहा है, जिन्हें 60% रेटिंग्स मिली है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्ल्ड लीडर्स की पॉपुलरिटी लिस्ट में अपने समक्ष अन्य नेताओं को पीछे छोड़ चुके हैं।वही पिछले साल नवंबर में भी उन्हें मोस्ट पॉपुलर वर्ल्ड लीडर्स सर्वे में पहले नंबर पर चुना गया था।
भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार भी सबसे अधिक अप्रूवल रेटिंग हासिल करते हुए पहले नंबर पर रहे हैं, लेकिन वर्ष 2020 के मुकाबले अब भी उनकी रेटिंग नीचे आई है। खबरों के मुताबिक मई, 2020 की रिपोर्ट में PM मोदी को 84% अप्रूवल रेटिंग दी थी, जबकि मई, 2021 में वेबसाइट ने उनकी रेटिंग को घटाकर 63% कर दिया था।
मॉर्निंग कंसल्ट पॉलिटिक्ल इंटेलिजेंस ग्लोबल लेवल पर गवर्नमेंट लीडर्स की अप्रूवल रेटिंग्स और कंट्री ट्रेजेक्ट्रीज को ट्रैक करने का कार्य करती है। बता दे की यह 13 देशों को ट्रैक कर रही है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, मेक्सिको, साउथ कोरिया, स्पेन और ब्रिटेन शामिल हैं।
मॉर्निंग कंसल्ट के अनुसार, ग्लोबल लीडर्स की लेटेस्ट अप्रूवल रेटिंग्स 13 से 19 जनवरी, 2022 के बीच जुटाए गए डेटा के आधार पर तय की गई हैं। इसके आलावा ये रेटिंग्स हर देश के एडल्ट नागरिकों की 7 दिन के मूविंग एवरेज पर आधारित है। हालांकि, इसके लिए लिया गया सैंपल साइज हर देश की जनसंख्या के लिहाज से डिफरेंट रहा है।