संसद के बजट सत्र का 29 जनवरी से आगाज होने जा रहा है। कोरोना संकट के बीच होने वाले संसद के बजट सत्र के लिए ना सिर्फ विशेष तैयारी की गई है बल्कि इस बार नियमों में भी बदलाव किया गया है। संसद सत्र में हिस्सा लेने वाले सांसदों के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं। नए नियमों को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बताया कि सत्र की शुरुआत से पहले सभी सांसदों के आरटीपीसीआर कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की गई है। सांसदों के आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था संसद भवन की बिल्डिंग में ही की गई है। और 27-28 जनवरी को सांसदों का टेस्ट किया जाएगा। सांसदों के अलावा उनके परिवारों के लिए भी कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की गई है।
वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों से अपील की है कि बजट सत्र से पहले कोरोना टेस्ट जरुर करवाएं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र से प्रश्नकाल की वापसी हो जाएगी। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को लेकर प्रश्न काल की इसी सत्र से शुरुआत करने का फैसला किया गया है। प्रश्नकाल की अवधि एक घंटे की होगी। दरअसल मॉनसून सत्र के दौरान कोरोना संकट को देखते हुए प्रश्न काल हटाने का फैसला किया गया था। हालंकि इस फैसले को लेकर उस वक्त काफी विवाद भी हुआ था।
वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताय कि राज्यसभा की बैठक सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी और शाम 4 से 8 तक लोकसभा की बैठक होगी। इसके अलावा अब संसद की कैंटीन में सांसदों को भोजन पर दी जाने वाली सब्सिडी पर भी रोक लगा दी गई है।
हालांकि सितंबर में हुए मॉनसून सत्र के दौरान काफी इंतजामों के बावजूद व्यवस्था उम्मीदों को मुताबिक दुरुस्त नहीं रह पाई थी। तमाम पुख्ता इंतजामों के बावजूद सत्र के दौरान कई सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले थे। देखने वाली बात ये होगी कि बजट सत्र के दौरान व्यवस्था काम कर पाती है कि नहीं।