दुनियाभर से भारत में चल रहे किसान आंदोलन को आ रही प्रतिक्रियाओं पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का अहम बयान सामने आया है। इंटरनेशनल सेलिब्रिटिज के ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित शाह ने कहा कि कि कोई भी प्रोपेगेंडा भारत की एकता को डिगा नहीं सकता है। कोई प्रोपेगेंडा भारत को नई ऊंचाइयां छूने से रोकने में कामयाब नहीं हो सकता। प्रोपेगेंडा भारत की प्रगति का भविष्य नहीं तय कर सकता। क्योंकि भारत प्रगति हासिल करने के लिए पूरी तरह एकजुट है।
दरअसल नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को लेकर रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग जैसी हस्तियों ने ट्वीट कर निशाना साधा था। इसे लेकर देश के कई केंद्रीय मंत्रियों ने प्रतिक्रिया दी है। भारत सरकार के मंत्रियों ने इसे इंटरनेशनल प्रोपेगेंडा करार दिया है।
इसे लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस तरह के मुद्दे पर कमेंट करने की जल्दबाजी करने से पहले हमारी अपील है कि सभी तथ्यों की सही जांच करें और मुद्दे की बेहतर समझ पैदा करें। वहीं इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा कि प्रोपेगेंडा और फेक नैरेटिव के जरिए भारत की छवि धूमिल करने की हर कोशिश को नाकाम करने के लिए हम तैयार हैं।
वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि वक्त बदल रहा है। डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के प्रभावशाली लोगों के पास अपने फॉलोअर्स से बात करने की अहम ताकत है। उन्हें अपनी शक्ति और जिम्मेदारी का एहसास होना भी बेहद जरूरी है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे लेकर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल पूछा कि 1000 साल तक भारत पर कब्जा किया गया, इसे लूटा गया, ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि हम कमजोर थे। दरअसल हमारे बीच हमेशा जयचंद थे। हमें पूछना होगा कि इस इंटरनेशनल प्रोपेगेंडा के पीछे किसका हाथ है।