सेन्ट्रल डेस्क रूपक J – 14 फरबरी के दिन कश्मीर के पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद पर पुरे देश की गंभीर नज़र थी. वही भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद “वैश्विक आतंकवादी” घोषित करने के लिए 10 सबूत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश किए थे लेकिन हर बार की तरह एक बार फिर चीन अजहर मसूद को बचाव करते नज़र आये जिसके बाद से चीन को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दे की जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए भारत के साथ अमेरिका, फ्रांस, रूस जैसे कई देश साथ खड़े थे।
बुधवार को अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक मसौदा पत्र भेजा जिसमे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद को प्रतिबंधित करने की बात कही है, इस कदम के बाद से अमेरिका और चीन के बीच कुछ बड़ा कदम देखने को मिल सकता है ।
इस घटना के बाद से अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा – चीन लाखों मुसलमानो को उत्पीड़न करता है लेकिन जब बात हो आतंकी घोषित करने की तब बचाव करता है. उनका इशारा चीन के उस कदम की ओर था जब उसने महीने की शुरुआत में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सरगना हाफिज सईद को “वैश्विक आतंकवादी” घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में अड़ंगा डाल दिया था ।
पोम्पिओ ने पाकिस्तानी अख़बार से भी सुझाव माँगा और कहा – कश्मीर में किया गया कृत्य निंदनीय है यह कतई बर्दास्त करने लायक नहीं है चीन और पाकिस्तान आप रोड़ा मत बने बल्कि सहायता प्रदान करे तथा दोषियों को सज़ा दिलवाने में मदद करे।
https://youtu.be/msJQA_n9xqg