जानें दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी और समस्तीपुर का हाल
यास तुफान से लोगों का जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त;
तेज बारिश के कारण लोग कहीं आने जाने से भी कतरा रहे है
चक्रवात यास पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद अब बिहार की ओर बढ़ चला है.
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के चलते बुधवार से बिहार में भीषण बारिश हुई. यास तुफान के कारण वज्रपात से एक की जान चली गई।
वैशाली के जंदाहा के महिसौर में ताड़ का पेड़ गिरने से 10 वर्षीय बालक की जान चली गई। दूसरी तरफ बांका के अमरपुर के लौगांय में सूखे ताड़ का पेड़ गिरने से छह वर्षीय साक्षी कुमारी की मौत हो गई।
इधर गया के गुरुआ में ताड़ के पेड़ से गिरकर 25 साल के युवक की मौत हो गई। वहीं वजीरगंज के पुनावां में 50 वर्ष से अधिक का पुराना पीपल का पेड़ गिरा और दो लोगों की छत को नुकसान पहुंचा है।
शेखपुरा जिले में ठनका से एक की मौत हो गई।
दरभंगा में लोग परेशान हैं। गलियों में जलजमाव हो गया है। बरसात देख कर ऐसा लग रहा है कि अश्विन माह में ही सावन भादो की स्थिति हो गई है।
मधुबनी में यास तुफान लोगों का जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।
बारिश के कारण लोग कहीं आने जाने से भी कतरा रहे है। बारिश से सब लोग उब चुके हैं। लोग अब बारिश बंद होने के इंतजार में है। लेकिन मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना ने लोगों की बेचैनी और भी बढ़ा दी है।
सीतामढ़ी में जहां पिछले 48 घंटे से अधिक समय से बारिश झमाझम हो रही है।
दो दिनो से हो रही बारिश और खराब मौसम से तापमान मे गिरावट आई है। बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोग घरों मे दुबके रहे तथा बाजारों मे सन्नाटा पसरा रहा।
यास तूफान ने लोगों के घरों मे रखे गर्म कपड़े, स्वेटर, शाॅल, मफलर, टोपी सहित ब्लैंककेट, चादर एंव रजाई आदि निकालने को मजबूर कर दिया है। समस्तीपुर में मोहल्ला की सड़क झील में तब्दील हो गयी। लोगों को पानी में घुस कर जाना पड़ा। शहर की सारी नाली जाम रही। गंदा पानी उपर से बहता रहा।