दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मैं ऐलान करता हूं कि दिल्ली सरकार के सभी ऑफिस में बाबा साहब अम्बेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी।हम नेताओं और मुख्यमंत्रियों की तस्वीरें नहीं लगाएंगे।आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस सामारोह के मौके पर झंडा फहराया और दिल्ली की जनता को संबोधित किया।
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा है कि पिछले 2 साल से देश और दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है और देश में अभी तीसरी लहर चल रही है,लेकिन दिल्ली में ये 5वीं लहर है और सबसे ज्यादा कोरोना की मार दिल्ली वालों ने झेली है।इसके अलावा उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के चलते लोग नियमों का पालन करें,जिससे पाबंदियों में राहत मिल सके।
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल की तारीफ करते हुए था कहा कि एलजी साहेब बहुत अच्छे हैं और उन्हें आप सब की सेहत की चिंता है,यही कारण है कि पाबंदियां लगाई गई हैं।दिल्ली में इस समय ओमिक्रॉन की लहर चल रही है,लेकिन दिल्ली में संक्रमण दर कम हो रही है।दिल्ली में 25 जनवरी को संक्रमण दर साढ़े 10 प्रतिशत के आसपास ही रह गई है।यह धीरे धीरे घट रही है।
इसके साथ ही कोरोना के मद्देनजर दिल्ली में लगी पाबंदियों को लेकर सीएम ने कहा कि हम पाबंदियां लगाने के पक्ष नहीं हैं,लेकिन आप की जिदंगी भी महवपूर्ण है।तो इसलिए ये पाबंदियां लगानी पड़ती हैं।कुछ दिन पहले हमने लगाई गईं पाबंदियां को हटाने के लिए एलजी साहेब के पास प्रस्ताव भेजे थे,उनमें से उन्होंने कुछ माने और कुछ नहीं मानें।जिसके बाद मैने देखा कि लोगों ने एलजी साहब के प्रति इंटरनेट मीडिया पर नाराजगी व्यक्त की।
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि वे ऐसा न करें।एलजी साहेब बहुत अच्छे हैं।उन्हें भी आप सब की सेहत की चिंता है। वो आप सभी की भलाई के लिए ही ऐसा कर रहे हैं।हमें पाबंदियां लगाना कोई अच्छा नही लगता है।इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम हर बच्चे के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बाबा साहेब बीआर अंबेडकर के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेते है और हम पिछले 7 सालों में उस क्रांति को शिक्षा क्षेत्र में लाए हैं।मेलानिया ट्रम्प, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पत्नी ने भी हमारे सरकारी स्कूलों का दौरा किया. हमें हमारा प्रमाण पत्र मिला गया है।