पिछले कई दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शनिवार को दिल्ली और एनसीआर पुलिस के साथ एक बैठक की. जिसमें 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड को लेकर चर्चा की. बताया जा रहा है कि इस बैठक में पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दे दी है. किसान नेता दर्शन पाल ने सभी को इस बात की सूचना दी. उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग पांच रूटों से अपनी परेड शांतिपूर्वक तरीके से निकालेंगे.
किसान नेता दर्शन पाल ने बताया कि 26 जनवरी को होने वाली ये ट्रैक्टर परेड करीब 100 किलोमीटर तक चलेगी. और उसमें जितना वक्त लगेगा.वो पुलिस द्वारा हमें दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आजतक ऐसी परेड कभी नहीं हुई है. इसलिए सभी के लिए ये एक ऐतिहासिक पल होगा. वहीं उन्होंने बताया कि रविवार को परेड के पूरे रूट और वक्त की जानकारी सभी को दे दी जाएगी.
बता दें कि दिल्ली में होने वाली इस ऐतिहासिक परेड में शामिल होने के लिए कई राज्यों के किसान दिल्ली में जमा होने वाले है. वहीं बीकेयू के नेता जोगेंद्र तालु ने ये दावा किया है कि 24 जनवरी को भिवानी जिले से पांच हजार ट्रैक्टर दिल्ली की परेड में शामिल होने के लिए रवाना किए जाएंगे.
वहीं उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि करीब दो महीने से देश के अन्नदाता सर्दी के इस मौसम में सड़कों पर बैठकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार अभी भी लापरवाही बरत रही है. तालु ने सरकार पर ये आरोप भी लगाया कि भाजपा सरकारी और सावर्जनिक क्षेत्र को बर्बाद करने के बाद अब खेती व खाद्य सुरक्षा को उजाडऩे के लिए तीन कृषि कानून के लेकर आई है.उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा देश-विदेश के चंद उद्योगपतियों के मुनाफों के लिए ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कि ये तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं.