यूपी में बिजली को लेकर बवाल मचा हुआ है। विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन और बिजली कर्मियों के बीच तनातनी चरम पर है। निजीकरण के विरोध में आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की चेतावनी के बावजूद समझौते का अभी तक कोई हल नहीं निकला है। सोमवार से प्रदेश के बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर हैं। प्रदेश भर में चल रहे आंदोलन से प्रदेश के 20 से ज्यादा जिले प्रभावित हुए हैं। कई जिलों की बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा है तो वहीं उपभोक्ताओं की शिकायतें भी लंबित हो रही हैं।
वहीं बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार आंदोलन को लेकर अब सरकार भी एक्शन में दिख रही है। कई जिलों में विद्युत आपूर्ति ठप होने के बाद अब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊर्जा विभाग की अहम बैठक बुलाई है। उम्मीद है कि बैठक में कर्मचारियों को लेकर कोई अहम कदम उठाया जाएगा। और आंदोलनकारियों और सरकार के बीच शायद समझौते का रास्ता निकल आए।
उत्तर प्रदेश में आज भी कई जिलों में लगातार बिजली गुल होने की खबरें सामने आई हैं और जूनियर और संविदा कर्मचारियों के भरोसे कई फीडर पर काम किया जा रहा है। ऐसे में संभावना है कि स्थिति और बदतर होने से पहले सरकार इन हालात पर काबू पाना चाहेगी। माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में कर्मचारियों की मांगों को लेकर मंथन किया जाएगा और संभावना है कि इस बैठक के बाद दोनों पक्षों में किसी तरह का कोई समझौता बन जाए।