उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 15 वर्षीय बच्ची की खुदकुशी का मामला सामने आया जहां बच्ची ने कुछ लोगों की छेड़खानी से तंग आकर खुद को फांसी के फंदे से लटका लिया और अपनी जान दे दी। इस हादसे ने एक बार फिर हमारे समाज का सच सामने ला दिया है जहां मनचलों की ओछी फब्तियों से सस्ती एक बेटी की जान मालूम पड़ती है , जाने पूरा मामला
त्तर प्रदेश के जौनपुर से 15 वर्षीय बच्ची की खुदकुशी का मामला सामने आया जहां बच्ची ने कुछ लोगों की छेड़खानी से तंग आकर खुद को फांसी के फंदे से लटका लिया और अपनी जान दे दी। घटनास्थल से पिता के नाम एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है कि पापा आप उन आरोपियों को सजा जरूर दिलवाना उन्होंने मुझे बहुत परेशान किया है। इस घटना की सूचना और सुसाइड नोट की मिलते ही पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी।
यह घटना मंगलवार रात की बताई जा रही है जब रोज की तरह ही बच्ची खाना खाकर अपने कमरे में सोने गई और अगले दिन जब सुबह वह देर तक कमरे से नहीं निकली तब तब सभी उसे देखने गए। जब मां ने उसे साड़ी से फांसी के फंदे में लटके हुए देखा तो चिल्लाने लगी जिसके बाद बच्ची के पास पहुंचे जहां से उन्हें सुसाइड नोट बरामद हुआ।
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सुसाइड नोट में लिखा था कि पिताजी आप उससे बदला जरुर लिजिएगा जो मेरी मौत का कारण है। उसने मेरे साथ बहुत गलत किया है और मेरी मौत का जिम्मेदार भी वही है। मृतिका के परिजनों ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक यह मामला दो अलग समुदायों का था इसीलिए एसपी भी इस केस में शामिल हुए। बच्ची के पिता ने थाने में रुस्तम और वारिफ उर्फ गोरख के खिलाफ बयान दिया। थानाध्यक्ष सुरेरी देवीवर शुक्ला का कहना है कि पिता की तहरीर के आधार पर आरोपित रुस्तम व उसके दादा अलीरजा, चाचा वारिफ उर्फ गोरख के खिलाफ धारा 354, 306 व पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।