देश में मनाई जा रही है श्री गुरु गोविंद सिंह जी की 354वी जयंती
आज देश में श्री गुरु गोविंद सिंह जी की 354वी जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को प्रकाश पर्व या गुरु पर्व भी कहा जाता है। आज के दिन देश दुनिया के सिख समुदाय के लोग प्रभात फेरी निकालते हैं। गुरुद्वारों में शबद कीर्तन का आयोजन किया जाता है। और गुरबानी का पाठ किया जाता है।
दूरदर्शी गुरू जी ने लिया ऐतिहासिक निर्णय
1708 में सरहिंद के नवाब वजीर खान ने दो पठानों, जमशेद खान और वासिल बेग को गुरु की हत्या के लिए भेजा. जमशेद खान ने गुरु को दिल के नीचे घाव कर दिया. घाव का इलाज एक यूरोपीय सर्जन द्वारा किया गया था, लेकिन यह कुछ दिनों के बाद फिर से खुल गया और गहरा रक्तस्राव होने लगा. गुरु गोबिंद सिंह को लगा कि उनका अंत निकट है और उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. उनका निधन 7 अक्टूबर 1708 को नांदेड़ में हुआ.
गुरु गोविंद सिंह के व्यक्तित्व को ज्ञान, सैन्य क्षमता और दूरदृष्टि का सम्मिश्रण माना जाता है। गुरु गोविंद सिंह जी का पूरा जीवन लोगों की सेवा और सच्चाई के लिए था। उनके जो विचार और शिक्षा है, आज भी लोगों के लिए प्रेरणा है। गुरु गोविंद सिंह की यह 10 खास बातें, यदि आप और हम अपने जीवन में उतार लें तो निश्चित ही सफलता मिलेगी।
क्या हैं गुरू गोविंद सिंह जी के जीवन की 10 मुख्य बातें
- धरम दी किरत करनी- अपनी जीविका ईमानदारी पूर्वक काम करते हुए चलाएं।
- दसवंड देना- अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान में दें दे
- गुरबानी कंठ करनी- गुरबानी को कंठस्थ कर लें
- कम करन विच दरीदार नहीं करना- काम में खूब मेहनत करें,और काम को लेकर कोताही ना बरतें।
- धन, जवानी, तै कुल जाति दा अभिमान नै करना- अपने धन, जवानी, जाति और कुल धर्म को लेकर घमंडी होने से बचें
- दुश्मन नाल साम, दाम, भेद, आदिक उपाय वर्तने अते उपरांत युद्ध करना- दुश्मन से भिड़ने पर पहले साम,दाम, दंड और भेद का सहारा लें और अंत में ही आमने-सामने के युद्ध में पढ़ें।
- किसी दी निंदा, चुगली, अतै नै करना- किसी की चुगली, निंदा से बचें और किसी से ईर्ष्या करने के बजाय मेहनत करें।
- परदेसी, लोरवान, दुखी, अपंग, मानुख दि यथाशक्त सेवा करनी- किसी भी विदेशी नागरिक दुखी व्यक्ति विकलांग व जरूरतमंद शख्स की मदद जरूर करें।
- बचन करकै पालना- अपने सारे वादों पर खरा उतरने की कोशिश करें।
- शस्त्र विद्या अतै घोड़े दी सवारी दा अभ्यास करना– खुद को सुरक्षित रखने के लिए शारीरिक सौष्ठव हथियार चलाने, और घुड़सवारी की प्रैक्टिस जरूर करें। आज के संदर्भ में नियमित व्यायाम जरूर करें।
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