छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नव विवाहिता को उसके ही पति ने गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया यह घटना मंगलवार शाम 7 बजे की है। परिजन पूरी रात मामले को दबाए रहे और सुबह पुलिस की डॉयल 112 को सूचना दी। पुलिस आरोपी पति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक रांक के रहने वाला विजय रात्रे पिता सदानंद मजदूरी करता है। बताया जा रहा है कि करीब 10 माह पहले ही उसकी शादी ग्राम नरगोड़ा की रहने वाली रितू से हुई थी। रितू अपने मायके गई थी। मंगलवार को पति उसे मायके से लेकर घर आया। और शाम करीब 7 बजे वह शराब के नशे में अपने घर पहुंचा जिसके बाद पत्नी से विवाद करने लगा। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि विजय ने अपनी पत्नी रितू का गला दबा दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद विजय फरार हो गया था।
बता दे कि बहू की मौत और हत्या की इस घटना को विजय के परिजन पूरी रात दबाए रहे। उनके मायके वालों को भी सूचना नहीं दी। सुबह सुनियोजित तरीके से परिजनों ने इसे आत्महत्या बताया और ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी दी। जिसके बाद लड़की के मायके वालों को बताया गया। जब मायके वाले पहुंचे, तब उन्हें संदेह हुआ और पुलिस को हत्या की खबर दी। खबर मिलने पर पुलिस की डायल 112 की टीम गांव पहुंची और इस घटना के बाद से फरार विजय की तलाश कर उसे पकड़कर सीपत थाने के हवाले कर दिया। वही नव विवाहिता के परिजनों का कहना है कि रितु ने फांसी लगाई है। हमने उसका शव फांसी के फंदे से उतारा है।
TI राजकुमार शौरी भी इस मामले को संदिग्ध बता रहे हैं। उनके मुताबिक सुबह 8 बजे कोटवार से सूचना मिलने के बाद पुलिस गांव पहुंची। बताया गया कि नव विवाहिता ने फांसी लगा ली थी। जिस पर शव को नीचे उतार लिया गया था। दूसरी ओर पुलिस परिजन से पूछताछ कर जानकारी जुटा जा रही है। चूंकि, मृतका नव विवाहिता है, इसलिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही महिला की मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
बता दें कि पुलिस की डॉयल 112 की टीम इस घटना को हत्या बता रही है। डायल 112 के मुताबिक नवविवाहित के पति ने ही उसे गला दबाकर मारा है। वहीं थाना प्रभारी मामले को संदिग्ध बताकर मृतका के आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं। संदेही पति विजय ने भी पुलिस के समक्ष हत्या करना स्वीकार कर लिया है। यही वजह है कि उसे पकड़ लिया गया है। लेकिन, हत्या के इस गंभीर मामले में सीपत पुलिस की भूमिका संदिग्ध है