अगर कॉल पर सामने वाला व्यक्ति आपसे आपके बैंक अकाउंट का नंबर या आधार कार्ड का नंबर या सीवीवी और मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी जैसी चीजों की मांग करता है तो हो जाइए सावधान।
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ निर्देश जारी किए हैं और कुछ उपाय बताए हैं जिससे कि हम ऐसे ठगों से बच सकते हैं। साथ ही बहुत सख्ती से हमें किसी से भी अपनी डिटेल शेयर करने के लिए मना किया है। इससे पहले भी RBI ने पुराने नोट और सिक्कों की बिक्री को लेकर ग्राहकों को सावधान किया था। फ्रॉड कई तरीकों से धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं।
RBI ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट कर ग्राहकों से कहा, ‘अपने बैंक विवरण जैसे पिन, सीवीवी, ओटीपी किसी के भी साथ शेयर न करें।
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लोगों को मूर्ख बनाने और यकीन दिलाने के लिए अपराधी किसी बैंक या फ़ाइनेंशियल कंपनी के टोल फ्री नंबर 1800 123 1234 से मिलता जुलता (800 123 1234) नंबर हासिल कर लेते है। जिसके बाद आरोपी इस नंबर को ट्रृ कॉलर या अन्य किसी एप्लिकेशन पर बैंक या फ़ाइनेंशियल कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड कर लेते है। ऐसे में यदि हम और आप बैंक या फ़ाइनेंशियल कंपनी पर ट्रू कॉलर की मदद से फोन करते है तो कई बार ये फोन साइबर अपराधी के पास लग जाता है और वह हमारी सभी जानकारी प्राप्त करके साइबर अपराध का अंजाम देते है।
इनसे बचने का सबसे अच्छा तरीका है सावधान रहना। यदि हम किसी टोल फ्री नंबर पर कॉल करने जा रहे हैं तो पहले हमें उसकी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही उस नंबर पर कॉल लगाना चाहिए और किसी भी तरह की बात करनी चाहिए। जैसे ही हमें यह लगे कि सामने वाला ओटीपी सीवीबी जैसी कोई चीज की मांग कर रहा है तो हमें उसी वक्त समझ जाना चाहिए यह कॉल फेक है।