इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आईएमए की तरफ से की गई घोषणा के मुताबिक आज सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटों की हड़ताल रहेगी। इस दौरान सभी गैर-आपातकालीन और गैर-कोविड मेडिकल सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया गया है। हालांकि आईएमए की तरफ से साफ किया गया है कि इस दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। सभी आपातकालीन सेवाओं की तरह कोविड अस्पताल, आईसीयू, मैटरनिटी होम्स जैसी सेवाएं चलती रहेंगी। वहीं हड़ताल को लेकर आईएमए की तरफ से दावा किया गया है कि इसकी वजह से कोविड मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं होगा और ना ही इमरजेंसी सेवाओं पर कोई असर होगा। आईएमए की
इस हड़ताल में आधुनिक चिकित्सा के स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के 34 संगठनों की तरफ से समर्थन का ऐलान किया गया है।
दरअसल मेडिकल संगठनों की इस हड़ताल की वजह हाल में सरकार की तरफ से लिया गया एक फैसला है। केंद्र सरकार ने आयुर्वेद के डॉक्टर्स को भी अब सर्जरी की परमिशन दे दी है। इसी फैसले के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 8 दिसंबर से विरोध जाहिर करना शुरू किया था। आईएमए की तरफ से कहा जा रहा है कि इस फैसले की वजह से देश में मिक्सोपैथी को बढ़ावा मिलेगा।
वहीं इससे पहले आईएमए ने एलोपैथी को सुरक्षित रखने के लिए 8 दिसंबर को प्रदर्शन भी किया था। डॉक्टर्स की तरफ से कहा जा रहा है कि मिक्सोपैथी यानी खिचड़ी चिकित्सा पद्धति से किसी का भी भला नहीं हो सकता। बल्कि ये चिकित्सा पद्धतियों के खराब होने का ही कारण बनेगा। सरकार को हर एक मेडिकल सिस्टम को स्वतंत्र रूप से विकसित करना चाहिए ना कि अलग अलग पद्धतियों को आपस में मिलाना चाहिए।