सेन्ट्रल डेस्क- भारतीय टीम द्वारा रखे गए 191 रनों के विशाल लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने ग्लेन मैक्सवेल की 113 रनों की नाबाद पारी के दम पर 19.4 ओवर में ही हासिल कर लिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने दो मैचों की टी-20 सीरीज को क्लीन स्वीप कर दिया है। आपको बता दें कि यह भारतीय कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय जमीन पर टीम इंडिया की पहली सीरीज हार है। बता दें कि 1 मार्च से इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज शुरू होने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि भारत इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से टी-20 सीरीज की हार का बदला लेगा।
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हर बार की तरह इस बार भी कंगारू पारी की शुरुआत डार्सी शॉर्ट और मार्कस स्टोइनिस की जोड़ी ने की, लेकिन सिद्धार्थ कौल ने शानदार बॉलिंग का प्रदर्शन करते हुए स्टोइनिस की सिर्फ 7 रनों पर ही गिल्लियां बिखेर दीं। उस समय ऑस्ट्रेलिया की टीम का स्कोर 13 रन था। इसके कुछ देर बाद ही भारत को दूसरी सफलता भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच के रूप में मिल गई। इस बार विजय शंकर ने फिंच को मात्र 8 रनों पर चलता कर दिया। इसके बाद डासी शॉर्ट का साथ देने ग्लेन मैक्सवेल मैदान पर उतरे और दोनों ने 7.1 ओवरों तक भारत के गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया।
विजय शंकर ने 12 वें ओवर की पहली ही गेंद पर ओपनर डार्सी शॉर्ट को कवर पर केएल राहुल के हाथों कैच करवा दिया। उस समय शॉर्ट 40 रनों पर खेल रहे थे। शॉर्ट ने अपनी 28 गेंदों की पारी में शानदार छह चौके लगाए। बता दें कि जब शॉर्ट आउट हुए उस समय मैक्सवेल 21 गेंदों पर 38 रन बनाकर खेल रहे थे।
इसके बाद मैदान पर आए पीटर हैंड्सकॉम्ब। लेकिन तब तक दूसरे छोर पर मैक्सवेल पूरी तरह से सेट हो चुके थे और उन्होंने कुछ ही देर में उन्होंने 50 गेंदों पर छह चौकों और आठ छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा कर लिया। इस बेहतरीन पारी के चलते ऑस्ट्रेलिया ने दो बॉल बाकी रहते ही सात विकेट से मैच और सीरीज दोनों जीत ली। इस दौरान मैक्सवेल ने 55 गेंदों पर 113 रन की नाबाद पारी खेली वहीं दूसरी ओर पीटर हैंड्सकॉम्ब ने नाबाद 20 रन बनाकर उनका अच्छा साथ निभाया। भारत की ओर से विजय शंकर ने दो और सिद्धार्थ कौल ने एक विकेट लिए।
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीता और भारत को बल्लेबाजी का मौका दिया। इस मौके का अच्छा इस्तेमाल करते हुए विराट कोहली, केएल राहुल और महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार पारी खेलते हुए 190/4 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
भारत की पारी की शुरुआत केएल राहुल शिखर धवन ने की। धवन मैच की शुरुआत से ही रन बनाने के लिये जूझते रहे। वहीं इसके उलट राहुल एक बार फिर से पूरी लय में दिखे और भारत को पावरप्ले में 53 रनों तक पहुंचाने में बड़ा योगदान दिया। वहीं, नाथन कूल्टर नाइल की एक धीमी गेंद पर थर्ड मैन पर खेलने की कोशिश में उन्होंने रिचर्डसन को एक आसान कैच थमा दिया और अपने अर्धशतक से चूक गए। राहुल ने 26 गेंदों में तीन चौके और चार छक्के की मदद से 47 रन बनाए। धवन सिर्फ 14 रन बना कर आउट हो गए।
इसके बाद रिषभ पंत छह गेंदों पर एक ही रन बना पाए और जेसन बेहरनडॉर्फ ने सीमा रेखा पर एक बेहतरीन कैच लपक कर रिषभ को आते ही पवेलियन की राह दिखा दी। हालांकि धोनी ने इस मैच में अपना आक्रामक तेवर दिखाया और सिर्फ 23 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्कों की मदद से 40 रन की तूफानी पारी खेली। लेकिन भारतीय टीम की पारी का मुख्य आकषर्ण विराट रहे। विराट ने सिर्फ 38 गेंदों में दो चौके और छह छक्कों की मदद से 72 रन की नाबाद पारी खेली। भारत ने कोहली और धोनी के बीच हुई 100 रनों की साझेदारी की मदद से 190 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जेसन बेहरेनडोर्फ, कूल्टर नाइल, कमिंस और डासी शॉर्ट ने एक-एक विकेट लिया। ग्लेन मैक्सवेल ने अपनी शानदार पारियों से मैन-ऑफ-द-मैच और मैन-ऑफ-द-सीरीज़ दोनों ही खिताब अपने नाम कर लिए।