किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल के 13वें सीजन में शानदार वापसी करते हुए जीत के साथ दस्तक दी है। केएल राहुल के लड़ाकों ने शानदार खेल दिखाते हुए अपनी पहली जीत हासिल की है। दिल्ली के खिलाफ सुपर ओवर में मिली हार से टीम को जो नुकसान हुआ था उससे उबरते हुए पंजाब ने बैंगलोर को एकतरफा मुकाबले में करारी शिकस्त दी है। अपने दूसरे मैच में पंजाब ने दमदार वापसी की और विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 97 रन से पछाड़ दिया।
दुबई में खेले गए मैच में विराट कोहली की अगुवाई वाली बैंगलोर की टीम 207 रन के लक्ष्य का पीछा करने मैदान में उतरी लेकिन महज 17 ओवर्स में 109 रनों पर पवेलियन लौट गई। किंग्स इलेवन पंजाब की जीत में उसके बॉलर्स ने भी अहम भूमिका निभाई। 20 साल के स्पिनर रवि विश्नोई और मुरुगन अश्विन ने तीन-तीन विकेट झटके।
दरअसल बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरसीबी ने महज चार रन पर तीन विकेट गंवा दिए और विराट की टीम फिर इन शुरुआती झटकों से नहीं उबर पाई। कप्तान विराट कोहली सिर्फ एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए औऱ एबी डीविलियर्स ने 28 रन बनाए तो वहीं आरोन फिंच भी सिर्फ 20 रन ही बना पाए। साफ है कि टीम के दिग्गज उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके।
वहीं किंग्स इलेवन पंजाब की बात करें तो कप्तान केएल राहुल ने 132 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए इस आईपीएल सीजन की पहली सेंचुरी ठोकी है। राहुल के शतक की मदद से पंजाब की टीम ने तीन विकेट पर 206 रन का स्कोर खड़ा कर दिया। राहुल ने 69 गेंदों की अपनी पारी में 14 चौके और सात छक्के जड़कर आरसीबी के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी। वहीं रही सही कसर डेथ ओवर्स में राहुल ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके पूरी कर दी। आईपीएल ने ये स्कोर अब किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
राहुल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी पारी की आखिरी नौ गेंदों पर 42 रन कूट डाले। पारी के आखिरी तीन ओवर्स में पंजाब की टीम ने 60 रन हासिल किए। वहीं रॉयल चैलेंजर्स के गेंदबाज एक बार फिर डेथ ओवर्स की गेंदबाजी में खस्ताहाल दिखाई दिए। हालांकि राहुल की शानदार बल्लेबाजी में बैंगलोर की लचर फील्डिंग का भी योगदान रहा। दरअसल आरसीबी ने राहुल को दो बार कैच छोड़कर जीवनदान दिया था।