Written By : Amisha Gupta
महाराष्ट्र और गुजरात में ‘वोट जिहाद’ के नाम पर फर्जी KYC से बैंक खाते खोलने की साजिश का मामला सामने आया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस सिलसिले में 24 जगहों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी का कहना है कि इन खातों का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा था, जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग और संदिग्ध राजनीतिक उद्देश्यों को बढ़ावा देना शामिल है।सूत्रों के मुताबिक, इन फर्जी खातों को खोलने में बड़ी मात्रा में दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गई है। फर्जी KYC दस्तावेजों के जरिए अलग-अलग बैंकों में कई खाते खोले गए, जिनका इस्तेमाल अवैध लेन-देन और संभवतः चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है। कई संदिग्ध संगठनों द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि इन खातों के जरिए “वोट जिहाद” की साजिश रची जा रही थी, जिसका उद्देश्य संभवतः कुछ राजनीतिक दलों को वित्तीय सहायता प्रदान करना था।
प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं।
इनमें खाताधारकों की संदिग्ध जानकारियाँ, भारी मात्रा में नकदी और लेन-देन के डिजिटल रिकॉर्ड शामिल हैं। प्रारंभिक जाँच में यह पाया गया कि ये खाते बिना सत्यापन के खोले गए और इनके ज़रिये अनियमित लेन-देन किए गए।इस मामले में आगे की जांच जारी है, और ED जल्द ही इस साजिश में शामिल अन्य व्यक्तियों और संस्थाओं की पहचान कर सकती है। यह मामला चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप के रूप में देखा जा रहा है, और राजनीतिक हलकों में इसपर तीखी प्रतिक्रिया भी आ रही है। ED का कहना है कि वे इन खातों का पूरा नेटवर्क उजागर करने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।