सेंट्रल डेस्क, ज्योति : राम मंदिर पर चल रहे विवाद को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नया बयान सामने आया है। देहरादून में प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्य सचिवों से चर्चा के दौरान मोहन भागवत ने कहा की साल 2019 लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र में सरकार किसी भी पार्टी की बने, लेकिन चुनावों के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरु कर दिया जाएगा। पांच दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन संघ के तिलक रोड स्थित कार्यालय में संघ प्रमुख ने विभिन्न वर्गों के प्रबुद्धजनों से संवाद किया ।
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लोकसभा चुनाव करीब आते ही आरएसएस और वीएचपी की तरफ से राम मंदिर का मुद्दा जोर पकड़ने लगता है। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने ऐलान किया था कि वह लोकसभा चुनाव तक राम मंदिर आंदोलन को रोक रहा है। भागवत ने कार्यक्रम के दौरान एक बार फिर साबित कर दिया कि राम मंदिर निर्माण और गौ रक्षा हिंदू संस्कृति की पहचान है। वहीं, आरक्षण के मुद्दे पर भागवत ने कहा कि संघ इसके खिलाफ नहीं है, लेकिन इसका लाभ जाति, धर्म और संप्रदाय के आधार पर नहीं मिलना चाहिए।
आपको बता दें कि राम मंदिर मामले पर लोकसभा चुनाव तक शांत होने के वीएचपी और आरएसएस के इस फैसले से बीजेपी को बहुत राहत मिलने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या में गैर-विवादित जमीन राम जन्मभूमि न्यास को लौटाने संबंधी याचिका दायर कर, यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह राम मंदिर मामले को लेकर अभी भी संवेदनशील है।