प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ओडिशा पहुंचे और वहां उन्होंने संबलपुर में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के स्थायी कैंपस की आधारशिला रखी. ये आधारशिला पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी. वहीं उन्होंने कहा कि ये कैंपस ओडिशा को नई पहचान दिलाएगा.
आज खेती से लेकर हर सेक्टर में रिफॉर्म किए जा रहे हैं
वहीं लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हमारा देश भी मल्टीनेशनल्स दुनिया में छा जाएं. टीयर-2, टीयर-3 शहरों में आज स्टार्टअप्स बन रहे हैं. आज का स्टार्टअप, कल का मल्टीनेशनल है। इसके लिए नए मैनेजर चाहिए. आज खेती से लेकर हर सेक्टर में रिफॉर्म किए जा रहे हैं। इसलिएब्रांड इंडिया को ग्लोबल पहचान की दिलाने की जिम्मेदारी हम सबकी खासकर युवाओं की है.
IIM के बनने के बाद एजुकेशन का हब बन जाएगा संबलपुर
उन्होंने आगे कहा कि संबलपुर IIM के बनने के बाद एजुकेशन का हब बन जाएगा. और सबसे खास बात ये होगी कि ये पूरा इलाका प्रैक्टिकल लैब की तरह होगा. ओडिशा का गौरव हीराकुंड बांध ज्यादा दूर नहीं है. संबलपुरी टैक्सटाइल भी दुनियाभर में मशहूर है। इस क्षेत्र में हैंडीक्राफ्ट का भी बहुत काम होता है. यहां का इलाका मिनरल और माइनिंग स्ट्रेंथ के लिए भी जाना जाता है।
मोदी ने बताया कि अब हमारा देश का नागरिक शॉर्ट टर्म नहीं, लॉन्ग टर्म समाधान के बारे में सोचने लगे हैं.हमारे देश के वो गरीब जिन्होंने कभी बैंक के दरवाजे तक नहीं देखें. ऐसे 40 करोड़ लोगों के खाते खोलना आसान नहीं है। मैनेजमेंट का मतलब बड़ी कंपनियां नहीं, लोगों की जरूरतें पूरी करना है. रसोई गैस एक लग्जरी बन गई थी। गरीबों को इसके लिए चक्कर लगाने पड़ते थे.
परमानेंट सॉल्यूशन की सोच जरूरी
2014 तक देश में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55% थी. इसकी वजह परमानेंट सॉल्यूशन सोच की कमी थी. इसी रफ्तार से चलते तो हर घर में गैस पहुंचाने में पूरी सदी लग जाती. शुरुआत करना तो आसान होता है, पर उसे 100% पर लाना बहुत मुश्किल होता है.घरों में गैस पहुंचाने को लेकर केस स्टडी की जा सकती है. परमानेंट सॉल्यूशन के चलते आज देश में 28 करोड़ गैस कनेक्शन हैं. 2014 तक देश में ये कनेक्शन केवल 14 करोड़ थे.