शनिवार को बजट सत्र को लेकर एक सर्वदलीय बैठक की गई. जिसमें पीएम मोदी ने किसान आंदोलन के बारे में भी बात की. पीएम मोदी ने बताया कि किसानों से बातचीत को हमेशा तैयार है। और वो किसानों से सिर्फ एक फोन दूर है.
बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बजट सत्र को लेकर एक सर्वदलीय बैठक हुई.जिसमें कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत और शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर भी शामिल हुए और उन्होंने इस बैठक में किसान आंदोलन पर अपना विचार सभी के सामने रखा. वहीं, जेडीयू का प्रतिनिधित्व कर रहे राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कृषि कानूनों का समर्थन किया.
बताते चलें कि के करीब 60 दिनों से कई राज्यों के किसान दिल्ली के कई सीमाओं पर नए बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि ये किसान विरोधी कानून केंद्र सरकार वापस ले ले. वहीं विपक्षी दलों ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई एक सर्वदलीय बैठक की और उसमें भी ये मांगे रखी,लेकिन फिर उन्हें सरकार ने सुझाव दिया कि किसान आंदोलन का मुद्दा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उठाया जा सकता है, जिसके लिए लोकसभा में दो, तीन और चार फरवरी को 10 घंटे का समय आवंटित किया गया है।