किसान आंदोलन के बीच आज यानि शुक्रवार से बजट सत्र भी शुरू हो गया है. इस सत्र को शुरुआत में ही देश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि कानूनों के समर्थन में टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि ‘ भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे पहले कृषि का आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है. और इसके लिए हमारी सरकार ने पिछले 6 साल में बीज से लेकर बाजार तक कई सकारात्मक पहल किए हैं.इसके साथ ही स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट भी लागू की है जिससे किसानों को उनकी उपज का डेढ़ गुना एमएसपी मिल सके.वहीं उन्होंने कहा कि किसानों के मामले में वो सुप्रीम कोर्ट की ओर से लिए जा रहे फैसले का सम्मान करेगी.
राष्ट्रपति कोविंद ने आगे कहा कि ‘ भारत वो देश है जिसमें 80% से ज्यादा छोटे किसान हैं.जिनकी संख्या करीब 10 करोड़ से ज्यादा है. तीन महत्वपूर्ण कृषि विधेयकों की वजह से जो कृषि सुधार हुए हैं उनका 10 करोड़ से ज्यादा छोटे किसानों को फायदा मिलना शुरू हुआ है. उन्होंने आगे ये भी कहा कि सरकार के बनाए गए इन सभी नए कृषि कानूनों पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे और जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है. बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं.
वहीं राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कोरोनावायरस का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस वक्त देश को एकजुट होकर सभी परेशानियों से मुकाबला करना है. और इस बीमारी के लिए भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है.साथ ही इसकी वैक्सीन भी भारत में ही बनाई गई है. उन्होंने कहा कि ‘इस महामारी की वजह से हमने अपने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खोया है. छह सांसद भी असमय चले गए. मैं उनको श्रद्धांजलि देता हूं.’