दिल्ली की सीमाओं पर किसान संगठनों का आंदोलन जारी है। किसान संगठनों के इस आंदोलन में कई पार्टियां अपने लिए ‘संजीवनी बूटी’ की तलाश कर रही हैं और किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
इसी संदर्भ में कांग्रेस पार्टी की एक नेता विद्या रानी द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आंदोलनकारी किसानों को शराब बांटने तक के लिए कह दिया गया। उनके इस बयान पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने नाराजगी जताई है।
राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि “ऐसे लोगों” का किसानों के आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। राकेश टिकैत ने मीडिया कर्मियों के सवाल पर कहा, “यहां शराब की क्या जरूरत है? मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी क्यों की। ऐसे लोगों का इस आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है। ये गलत और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।
टिकैत ने आगे कहा कि वो अपने (कांग्रेस) आंदोलन में जो भी चाहें बांट सकते हैं। आपको बता दें कि सोमवार को हरियाणा कांग्रेस की नेता विद्या रानी का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से किसान आंदोलन को मजबूत करने और अपनी इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार, आंदोलन के लिए पैसा, सब्जी या शराब बांटने के लिए कह रही हैं।
जींद में कांग्रेस की कार्यकारी बैठक में बोलते हुए, विद्या देवी ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में कांग्रेस अस्तित्व संकट का सामना कर रही थी, लेकिन किसानों के विरोध ने पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद की।
उन्होंने कहा, हम जींद में एक ‘पदयात्रा’ निकालेंगे। कांग्रेस राज्य में संकट का सामना कर रही थी, लेकिन किसानों के विरोध ने पार्टी को मजबूत करने में मदद की। किसानों का विरोध कांग्रेस को नई दिशा और ताकत देगा।
विद्या देवी ने कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी की घटनाओं के बाद किसानों के आंदोलन को एक झटका लगा था लेकिन इसने खुद को पुनर्जीवित कर लिया। उन्होंने आगे कहा, हमें उनकी मदद करनी चाहिए। चाहे वो पैसा हो, सब्जियां हो या शराब हो – हम इस आंदोलन को अपनी पसंद के अनुसार, मजबूत करने में अपना योगदान दे सकते हैं।
यह केवल किसानों का नहीं बल्कि हम सभी का आंदोलन है। कांग्रेस की इस मीटिंग में फीदों के विधायक सुभाष गंगोली और कुछ अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद थे। विद्या देवी ने राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव में जींद के नरवाना सीट से चुनाव लड़ा था। कांग्रेस तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रही है।
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